सार

अयोध्या मामले में उच्चतम न्यायालय के फैसले के मद्देनजर भोपाल के एक मुस्लिम संगठन ने पैगंबर मोहम्मद के जन्मदिन ईद-ए-मिलाद-उन-नबी के मौके पर 10 नवंबर रविवार को आयोजित पारम्परिक वार्षिक जुलूस को रद्द करने की घोषणा की है।

भोपाल. अयोध्या मामले में उच्चतम न्यायालय के फैसले के मद्देनजर भोपाल के एक मुस्लिम संगठन ने पैगंबर मोहम्मद के जन्मदिन ईद-ए-मिलाद-उन-नबी के मौके पर 10 नवंबर रविवार को आयोजित पारम्परिक वार्षिक जुलूस को रद्द करने की घोषणा की है। वहीं सिख समाज ने भी शनिवार को भोपाल और रविवार को इन्दौर में निकलने वाले अपने जुलूस रद्द कर दिये।

अखिल भारतीय मुस्लिम त्योहार समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ औसाफ शाहमिरी खुर्रम और भोपाल में ईद-ए-मिलाद-उन-नबी जुलूस के संयोजक अब्दुल नफीस ने शनिवार को इस संबंध में घोषणा की। नफीस ने बताया कि विश्व शांति के लिए प्रार्थना सहित अन्य सभी कार्यक्रमों को निर्धारित कार्यक्रम के तहत इसी दिन किया जायेगा। उन्होंने कहा कि अयोध्या मामले पर उच्चतम न्यायालय के फैसले के मद्देनजर ताजा स्थिति के बीच यह फैसला लिया गया है।

30 नवंबर तक नहीं होगी कोई रैली 
खुर्रम ने दावा किया कि प्रदेश भर के किसी भी जिले में इस तरह के जुलूस नहीं निकाले जाएंगे। उन्होंने कहा, ‘‘प्रदेश में शांति बनाए रखने के लिए यह फैसला लिया गया है।’’ शनिवार को भोपाल जिला प्रशासन ने जुलूस, विरोध प्रदर्शन और रैलियां आदि के लिए जारी सभी अनुमतियां 30 नवंबर तक रद्द कर दी।

भोपाल और इंदौर के जुलूस रद्द 
इस दौरान प्रदेश कांग्रेस के मीडिया समन्वयक नरेंद्र सलूजा ने बताया कि गुरु नानक देव के 550वें प्रकाश पर्व के उपलक्ष्य में भोपाल में शनिवार सुबह निकलने वाले जुलूस को सिख समुदाय ने रद्द कर दिया। वहीं प्रशासन के अनुरोध के बाद इन्दौर में भी रविवार को सिख समुदाय का जुलूस रद्द कर दिया गया है।

(यह खबर न्यूज एजेंसी पीटीआई भाषा की है, एसियानेट हिंदी की टीम ने सिर्फ हेडलाइन में बदलाव किया है।)