सार

विहिप(Vishva Hindu Parishad) 14 जून(मंगलवार) को दिल्ली के मंदिरों में हनुमान चालीसा का सामूहिक पाठ का ऐलान किया था। VHP की दिल्ली इकाई ने दिल्लीवासियों से मंदिरों में इकट्ठा होने को कहा था। यह आयोजन देश के कुछ हिस्सों में 10 जून की हिंसा के खिलाफ किया गया। अब VHP ने देशव्यापी प्रदर्शन का ऐलान किया है।

नई दिल्ली.  पैगंबर मोहम्मद पर विवादित टिप्पणी के बाद भाजपा से निष्कासित नेता नूपुर शर्मा के खिलाफ 10 जून को जुमे की नमाज के बाद देश के 12 राज्यों में हुए हिंसक प्रदर्शन(Communal Violence) की निंदा करते हुए विहिप(Vishva Hindu Parishad) 14 जून(मंगलवार) को दिल्ली के मंदिरों में हनुमान चालीसा का सामूहिक पाठ का आयोजन किया। अब VHP ने देशव्यापी आंदोलन का ऐलान किया है। (File Photo)

गुरुवार को करेंगे प्रदर्शन
विहिप ने मंगलवार को घोषणा की कि पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ टिप्पणी को लेकर देश के कुछ हिस्सों में हिंसा की हालिया घटनाओं के खिलाफ बजरंग दल के कार्यकर्ता इस सप्ताह देशव्यापी विरोध प्रदर्शन करेंगे। आरएसएस से जुड़े संगठन ने कहा कि उसके युवा विंग के कार्यकर्ता गुरुवार को देश भर के जिला प्रशासन मुख्यालय में इस्लामिक जिहादी कट्टरपंथियों द्वारा बढ़ती चरमपंथी घटनाओं के खिलाफ धरना देंगे और राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद को एक ज्ञापन भी सौंपेंगे। भगवा संगठन के महासचिव मिलिंद परांडे ने एक बयान में कहा, देश में इस्लामिक जिहादी कट्टरपंथियों द्वारा बढ़ती चरमपंथी घटनाओं के खिलाफ, विहिप की युवा शाखा बजरंग दल अब सड़कों पर उतरेगी। परांडे ने मांग की, "भीड़ को भड़काने वालों को तुरंत गिरफ्तार किया जाना चाहिए और उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए।"  उन्होंने मांग की कि अधिकारियों को मुस्लिम संगठनों जैसे जमीयत उलमा-ए-हिंद, मस्जिदों और जिहादी मानसिकता के लोगों पर भी शिकंजा कसना चाहिए जो ऐसे दंगाइयों के लिए भोजन और प्रेरणा के स्रोत हैं। दिल्ली विहिप प्रमुख कपिल खन्ना ने एक बयान में कहा, "नूपुर शर्मा की हत्या के लिए अवैध फतवा जारी किया गया था। हिंदू समाज इस तरह के अवैध प्रदर्शनों के कारण हिंदू समाज पर बने दबाव को खारिज करता है और इसकी कड़ी निंदा करता है।"

जुमे की नमाज के बाद हुई हिंसा को बताया साजिश

विश्व हिंदू परिषद ने एक बयान में आरोप लगाया कि 10 जून को भारत को बदनाम करने की एक सुनियोजित साजिश के तहत मस्जिदों में नमाज के बाद हिंसक प्रदर्शन किए गए और मंदिरों और घरों पर पथराव किया गया। बता दें कि नूपुर शर्मा और नवीन जिंदल द्वारा पैगंबर मोहम्मद पर विवादित टिप्पणी के खिलाफ 10 जून को दिल्ली की जामा मस्जिद के बाहर सहित देश के कई हिस्सों में विरोध प्रदर्शन हुए थे। झारखंड में, प्रदर्शनकारियों को नियंत्रित करने की कोशिश में कुछ पुलिसकर्मी घायल हो गए, जबकि जम्मू में अधिकारियों ने कुछ इलाकों में कर्फ्यू लगा दिया।  उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों में, प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर पथराव किया, जिसके बाद उन्हें लाठीचार्ज करना पड़ा और आंसू गैस के गोले दागने पड़े। दिल्ली विहिप प्रमुख कपिल खन्ना ने कहा, "नूपुर शर्मा की हत्या के लिए अवैध फतवा जारी किया गया था। हिंदू समाज इस तरह के अवैध प्रदर्शनों के कारण हिंदू समाज पर बने दबाव को खारिज करता है और इसकी कड़ी निंदा करता है।"

सोमवार को खन्ना ने कहा था,"हिंसा का विरोध करने के लिए मैं दिल्ली के हिंदू समाज से शहर के छोटे और बड़े मंदिरों में इकट्ठा होने और कल (14 जून, 2022) रात 8 बजे हनुमान चालीसा के सामूहिक पाठ में भाग लेने का आह्वान करता हूं।"

खन्ना ने मंदिरों के प्रबंधकों और पुजारियों से हनुमान चालीसा के सामूहिक पाठ के बारे में भक्तों को सूचित करने के लिए नोटिस लगाने का भी आग्रह भी किया था। उन्होंने कहा, "इस तरह से अपनी ताकत का प्रदर्शन करना और हिंदू समाज पर बनाए जा रहे अनैतिक दबाव का संवैधानिक रूप से जवाब देना बहुत आवश्यक है। इस तरह के जिहाद से छुटकारा पाने के लिए हमें सप्ताह में कम से कम एक बार अपने मंदिरों में इकट्ठा होना चाहिए।" 

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