सार

प्रवर्तन निदेशालय ने बुधवार सुबह राष्ट्रीय कांग्रेस के नेता एकनाथ खडसे के दामाद गिरीश गौतम को पुणे में एक जमीन खरीदी में हुए घोटाले में गिरफ्तार किया है। उन्हें मंगलवार सुबह पूछताछ के लिए बुलाया गया था।

मुंबई. पुणे में हुए एक जमीन घोटाले में प्रवर्तन निदेशालय(ED) ने NCP लीडर एकनाथ खडसे के दामाद गिरीश तिवारी को बुधवार तड़के गिरफ्तार किया है। इससे पहले उन्हें मंगलवार सुबह पूछताछ के लिए बुलाया गया था। देर रात तक उनसे पूछताछ चलती रही। फिर उन्हें गिरफ्तार कर लिया। माना जा रहा है कि इस घोटाले से ईडी को अहम सुराग हाथ लग सकते हैं। इस मामले की चार बार जांच हो चुकी है। अब ईडी मनी लॉन्ड्रिंग को लेकर इसकी जांच कर रही है।

जनवरी में एकनाथ खडसे से हुई थी पूछताछ
इस मामले में ईडी ने जनवरी में एकनाथ खडसे से भी पूछताछ की थी। एकनाथ खडसे को दिसंबर में नोटिस भेजकर पूछताछ के लिए बुलाया गया था। हालांकि खडसे ने तब बॉम्बे हाईकोर्ट की शरण ली थी। उन्होंने आरोप लगाया था कि वे भाजपा से एनसीपी में आए हैं, इस वजह से उन पर दवाब बनाया जा रहा है। तब हाईकोर्ट ने कहा था कि खडसे बेशक इस मामले में आरोपी नहीं हैं, लेकिन अगर वे पूछताछ के लिए नहीं गए, तो गिरफ्तारी हो सकती है।

जानिए पूरा मामला
पुणे के पास एमआईडीसी में जमीन खरीदी गई थी। इस मामले में गड़बड़ी सामने आई थी। इस कथित अनियमितताओं को लेकर महाराष्ट्र पुलिस के एनसीबी ने 2017 में एकनाथ खडसे, उनकी पत्नी मंदाकिनी, दामाद गिरीश चौधरी और मूल भूमि मालिक अब्बास अकानी के खिलाफ केस दर्ज किया था। हेमंत गावंडे नामक व्यक्ति ने शिकायत दर्ज कराई थी कि भोसरी एमआईडीसी भूमि सौदा मामले में सरकारी खजाने को नुकसान पहुंचाया गया है। हालांकि 2018 में एसीबी ने 22 पेज की रिपोर्ट में खडसे को क्लीन चिट जारी कर दी थी।

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