सार

त्रिवेन्द्र सिंह रावत के इस्तीफे के बाद भाजपा ने तीरथ सिंह रावत का राज्य का मुख्यमंत्री बनाया था। लेकिन अपने 115 दिन के कार्यकाल में तीरथ सिंह रावत के कई बयानों ने पार्टी की मुश्किलें बढ़ा दी थी। तीरथ सिंह रावत ने शुक्रवार देर रात अपना इस्तीफा राज्यपाल को सौंप दिया था। 

देहरादून. पुष्कर सिंह धामी ने उत्तराखंड के नए मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। वे राज्य के 11वें मुख्यमंत्री हैं। राज्यपाल बेबी रानी मौर्य उन्हें पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई। शनिवार को भाजपा विधायक दल की बैठक में धामी के नाम पर सहमति बनी थी। शपथ ग्रहण में पार्टी के कई सीनियर लीडर समेत सभी विधायक मौजूद थे। पीएम मोदी ने पुष्कर सिंह धामी को बधाई दी है। उन्होंने कहा- उत्तराखंड की प्रगति और समृद्धि की दिशा में काम करने वाली इस टीम को शुभकामनाएं।

 

मैं उम्र में छोटा हूं
धामी ने कहा- कठिनाइयां हैं लेकिन राज्य में पर्यटन और चार धाम यात्रा को फिर से शुरू करना हमारे लिए नितांत आवश्यक है। उन्होंने कहा- मैं उम्र में छोटा हूँ। हर कोई अनुभवी है। मेरी पार्टी के लिए, जिसने मुझे यह अवसर दिया है, यह मेरा कर्तव्य है कि मैं युवा और पुराने सदस्यों को साथ रखूं और पार्टी और राज्य के काम को आगे बढ़ाऊं। उन्होंने कहा- मैं युवाओं के बीच काम कर रहा हूं और मैं मुद्दों को अच्छी तरह समझता हूं। COVID ने उनकी आजीविका को प्रभावित किया है। हम उनके लिए स्थिति को बेहतर बनाने की कोशिश करेंगे और राज्य में रिक्त पदों के लिए युवाओं को नियुक्त करने का प्रयास करेंगे। 

 

मंत्रियों को भी शपथ दिलाई गई
मुख्यमंत्री के बाद सतपाल महाराज, हरक सिंह रावत, डॉ. धन सिंह रावत, बंशीधर भगत, यशपाल आर्य, सुबोध उनियाल, अरविंद पांडेय, बिशन सिंह, गणेश जोशी, रेखा आर्य और यतीश्वरानंद को मंत्री पद की शपथ दिलाई गई।

 

 

 

 

 

 

सीनियर नेताओं से की मुलाकात
मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने से पहले पुष्कर सिंह धामी भाजपा के वरिष्ठ नेता व पूर्व मुख्यमंत्री  भुवन चंद खंडुरी, त्रिवेन्द्र सिंह रावत और तीरथ रावत से मुलाकात करने के लिए उनके घर पहुंचे। 

विधायक दल का नेता चुने जाने के बाद पुष्कर सिंह धामी ने कहा था- मेरी पार्टी ने मुझे हमेशा अपनी मां की तरह अपने पंखों के नीचे रखा है। मैं खुद को काफी भाग्यशाली मानता हूं कि पार्टी ने मुझे यह मौका दिया। मैं राज्य के दूरदराज के इलाकों में भी लोगों की सेवा करने का संकल्प लेता हूं। हम बाद में कैबिनेट में बदलाव पर चर्चा करेंगे।

RSS और कोश्यारी के करीबी हैं
पुष्कर सिंह धामी को RSS का करीबी माना जाता है। वे महाराष्ट्र के राज्यपाल और राज्य के पूर्व सीएम भगत सिंह कोश्यारी के भी नजदीकी हैं। धामी, हमेशा विवादों से दूर रहे हैं। पुष्कर सिंह धामी की युवाओं के बीच उनकी अच्छी पकड़ मानी जाती है।

एबीवीपी कार्यकर्ता से सत्ता के शिखर तक 
उत्तराखंड के खटीमा विधानसभा क्षेत्र से दो बार से विधायक चुने जा रहे पुष्कर सिंह धामी का राजनीतिक सफर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से शुरू हुआ। मानव संसाधन प्रबंधन और औद्योगिक संबंध में मास्टर्स डिग्री वाले पुष्कर सिंह धामी 2002 से 2008 तक उत्तराखंड बीजेपी युवा मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष भी रह चुके हैं। 

पिथौरागढ़ में हुआ जन्म
पुष्कर सिंह धामी का जन्म 16 सितंबर 1975 को पिथौरागढ के टुण्डी गांव में हुआ था। सैनिक परिवार में जन्मे धामी चार भाई बहन हैं। तीनों बहनों से वह छोटे हैं। घर का अकेला बेटा होने के नाते परिवारिक जिम्मेदारियां भी उन पर बनी रही। 

तीरथ सिंह रावत ने दिया था इस्तीफा
त्रिवेन्द्र सिंह रावत के इस्तीफे के बाद भाजपा ने तीरथ सिंह रावत का राज्य का मुख्यमंत्री बनाया था। लेकिन अपने 115 दिन के कार्यकाल में तीरथ सिंह रावत के कई बयानों ने पार्टी की मुश्किलें बढ़ा दी थी। एक साल के भीतर राज्य में विधानसभा चुनाव है। हालांकि, छह महीना के भीतर विधायक बनने में नाकाम रहे तीरथ सिंह का मुख्यमंत्री पद पर बने रहना संवैधानिक संकट खड़े करता। इसलिए उन्होंने पद से इस्तीफा दे दिया था। 

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