सार
राहुल गांधी भारत जोड़ो न्याय यात्रा के दौरान यूपी में है। उन्होंने दोपहर को दावा करते हुए कहा कि मैं भगवान शिव को मानता हूं। जब मैं काशी विश्वनाथ मंदिर गया था तो वहां पर पुलिसवालों ने सारे मोबाइल फोन रख लिए।
भारत जोड़ो न्याय यात्रा। वायनाड से कांग्रेस पार्टी सांसद राहुल गांधी इस वक्त भारत जोड़ो न्याय यात्रा पर रहा है। इस दौरान वो यूपी के वाराणसी पहुंचे थे, जहां वो काशी विश्वनाथ मंदिर के दर्शन के लिए पहुंचे थे। इस पर उन्होंने कहा कि जब वो मंदिर के दर्शन के लिए पहुंचे थे तो मंदिर परिसर में मौजूद पुलिस वालों ने उनके और उनकी पूरी टीम के सारे फोन रख लिए थे। इसकी वजह से उनके और उनकी टीम के पास एक भी स्मार्टफोन नहीं था। उन्होंने इस बात का खुलासा खुद सोमवार (19 फरवरी) को किया। इससे जुड़ा एक वीडियो कांग्रेस पार्टी के सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट किया, जिसमें उन्होंने ये बात कही।
बता दें कि राहुल गांधी भारत जोड़ो न्याय यात्रा के दौरान यूपी में है। उन्होंने दोपहर को दावा करते हुए कहा कि मैं भगवान शिव को मानता हूं। जब मैं काशी विश्वनाथ मंदिर गया था तो वहां पर पुलिसवालों ने सारे मोबाइल फोन रख लिए। ऐसा इसलिए क्योंकि बीजेपी नहीं चाहती कि मेरा फोटो शिव मंदिर के अंदर दिखे। मैं शिव जी को मानता हूं। जब मैं वाराणसी में काशी विश्वनाथ मंदिर गया तो वहां पर पुलिसवालों ने सारे मोबाइल फोन रख लिए।क्योंकि BJP नहीं चाहती कि राहुल गांधी की फोटो शिव मंदिर के अंदर दिखे।आज जो भाषण दे रहा हूं, वो भी टीवी पर नहीं दिखेगा।
वाराणसी प्रशासन ने आरोपों को किया खारिज
हालांकि, इससे पहले अंग्रेजी मीडिया इंडिया हेराल्ड की रिपोर्ट के मुताबिक वाराणसी प्रशासन ने राहुल गांधी की काशी विश्वनाथ मंदिर यात्रा के दौरान कैमरे की इजाजत नहीं मिलने के कांग्रेस के आरोपों को पूरी तरह से खारिज कर दिया है। इस पर मंदिर के मुख्य कार्यकारी अधिकारी विश्व भूषण मिश्रा ने कांग्रेस के इन आरोपों को बेबुनियाद बताया है। विश्व भूषण मिश्रा ने बताया कि कैमरे के लिए कांग्रेस से कोई अनुमति नहीं मांगी गई थी और न ही कोई अनुमति रद्द की गई है। उन्होंने बताया कि राहुल गांधी के मंदिर दौरे की जानकारी दी गयी। लेकिन, कैमरे के लिए कोई इजाजत नहीं मांगी गई।