राहुल गांधी ने बुधवार को ट्वीट कर आरोप लगाया, 'नागरिकता विधेयक मोदी-शाह सरकार की ओर से पूर्वोत्तर के नस्लीय सफाए का प्रयास है। मैं पूर्वोत्तर के लोगों के साथ खड़ा हूं और उनकी सेवा के लिए हाजिर हूं।

नई दिल्ली. राज्यसभा में गृहमंत्री अमित शाह नागरिकता संशोधन बिल पेश कर रहे हैं। इसके लिए लंबी बहस चल रही है। दूसरी ओर विपक्ष के नेता और कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने इस मामले पर शाह और पीएम मोदी को घेरा है। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार नागरिकता संशोधन विधेयक के माध्यम से पूर्वोत्तर के नस्लीय सफाए का प्रयास कर रही है। 

पूर्वोत्तर राज्यों आंध्र प्रदेश, असम, त्रिपुरा में चल रहे विरोध प्रदर्शन पर भी राहुल ने आवाज उठाई। उन्होंने कहा कि वह पूर्वोत्तर की जनता के साथ मजबूती से खड़े हैं। इसके साथ उन्होंने विधेयक के खिलाफ अपना विरोध दर्ज किया है।


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पूर्वोत्तर के नस्लीय सफाए का प्रयास

राहुल गांधी ने बुधवार को ट्वीट कर आरोप लगाया, 'नागरिकता विधेयक मोदी-शाह सरकार की ओर से पूर्वोत्तर के नस्लीय सफाए का प्रयास है। यह पूर्वोत्तर के लोगों, उनकी जीवन पद्धति और भारत के विचार पर हमला है।' उन्होंने कहा कि मैं पूर्वोत्तर के लोगों के साथ खड़ा हूं और उनकी सेवा के लिए हाजिर हूं।

कांग्रेस कर रही बिल का विरोध

इस विधेयक को आज चर्चा और पारित कराने के मकसद से राज्यसभा में लाया गया है। कांग्रेस इस विधेयक को असंवैधानिक करार देते हुए इसका विरोध कर रही है। 

गौरतलब है कि लोकसभा ने सोमवार रात नागरिकता संशोधन विधेयक को मंजूरी दे दी जिसमें अफगानिस्तान, बांग्लादेश और पाकिस्तान से धार्मिक प्रताड़ना के कारण भारत आए हिंदू, सिख, बौद्ध, जैन, पारसी और ईसाई समुदायों के लोगों को भारतीय नागरिकता के लिए आवेदन करने का पात्र बनाने का प्रावधान है।