सार

उमा भारती ने कहा, जो कुछ राजस्थान और मध्यप्रदेश में हुआ, उसके लिए राहुल गांधी जिम्मेदार हैं। राहुल कांग्रेस में युवा नेताओं को बढ़ने नहीं देते। उन्हें लगता है कि ज्योतिरादित्य सिंधिया और सचिन पायलट जैसे पढ़े लिखे और सक्षम नेता आगे आएंगे तो इन्हें बड़ा पद मिलेगा।

नई दिल्ली. राजस्थान में सियासी संग्राम जारी है। डिप्टी सीएम सचिन पायलट के बगावती सुर के चलते राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और कांग्रेस की मुसीबत कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। उधर, भाजपा उपाध्यक्ष और वरिष्ठ नेता उमा भारती ने राजस्थान और मध्यप्रदेश में जारी राजनीतिक संकट के लिए कांग्रेस नेता राहुल गांधी को जिम्मेदार ठहराया है। 

उमा भारती ने कहा, जो कुछ राजस्थान और मध्यप्रदेश में हुआ, उसके लिए राहुल गांधी जिम्मेदार हैं। राहुल कांग्रेस में युवा नेताओं को बढ़ने नहीं देते। उन्हें लगता है कि ज्योतिरादित्य सिंधिया और सचिन पायलट जैसे पढ़े लिखे और सक्षम नेता आगे आएंगे तो इन्हें बड़ा पद मिलेगा। इससे वे पीछे रह जाएंगे। 

गहलोत की बैठक में 100 से ज्यादा विधायक हुए शामिल
उधर, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सोमवार को विधायकों और मंत्रियों की बैठक बुलाई। इस बैठक में 102 विधायक शामिल हुए। बैठक से पहले कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला ने कांग्रेस विधायकों से बैठक में शामिल होने की अपील की। उन्होंने कहा, अगर किसी को कोई समस्या है, तो वह आगे आए और अपनी समस्या से पार्टी को अवगत कराए। उनकी समस्याओं का समाधान किया जाएगा।

सुरजेवाला ने कहा, पायलट और कांग्रेस के सभी विधायकों के लिए पार्टी के दरवाजे हमेशा खुले हैं और खुले रहेंगे।

क्यों नाराज हैं पायलट?
सीएम अशोक गहलोत ने राज्य में सरकार गिराने की साजिशों का खुलासा करने के लिए स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप बनाया था। इस ग्रुप ने पूछताछ के लिए सचिन पायलट को भी नोटिस जारी किया है। इसी बात से पायलट और उनके विधायक नाराज हैं। उनका कहना है कि सरकार ने सभी हदें पार कर दीं। सचिन पायलट अभी 24 विधायकों के साथ दिल्ली में डेरा डाले हुए हैं। हालांकि, कुछ मीडिया रिपोर्ट में पायलट के साथ 15 विधायक होने की भी बात कही जा रही है। पायलट ने राज्य के किसी भी नेता का फोन नहीं उठाया।