सार
Rahul Gandhi Lok Sabha speech row: राहुल गांधी ने सोमवार को लोकसभा में बजट पर अपना स्पीच दिया। वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा पेश किए बजट 2024 के हलवा सेरेमनी के दौरान दलित और ओबीसी अधिकारियों के प्रतिनिधित्व को लेकर नेता प्रतिपक्ष ने सवाल खड़े किए। कांग्रेस नेता राहुल गांधी के बयान के बाद बीजेपी तो हमलावार है ही साथ साथ सोशल मीडिया पर भी कई प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं। बीजेपी समर्थक ग्रुप्स द्वारा कांग्रेस की विभिन्न कमेटियों में दलितों-ओबीसी और आदिवासी प्रतिनिधित्व को लेकर सवाल खड़े किए जा रहे हैं।
एक्स पर विजय पटेल ने राहुल गांधी की टीम में दलित या ओबीसी की बताई संख्या
सोशल मीडिया पर विजय पटेल नामक एक यूजर की हैंडल से राहुल गांधी और कांग्रेस से कई सवाल पूछे गए हैं। दावा किया गया है कि कांग्रेस में भी दलितों-पिछड़ों और अल्पसंख्यकों-आदिवासियों को प्रतिनिधित्व नहीं मिलता है।
एक्स हैंडल पर विजय पटेल नामक यूजर ने लिखा: राहुल गांधी और कांग्रेस हिंदुओं को बांटना चाहते हैं और इसीलिए वे वित्त मंत्रालय में अधिकारियों की जाति पूछकर दलितों और ओबीसी को भड़का रहे हैं। उन्होंने दावा किया कि राहुल और कांग्रेस की टीम में केवल 2 या 3 ओबीसी और दलित हैं। उन्हें खुद से शुरुआत करनी चाहिए। आरोप लगाया कि नेता प्रतिपक्ष अपने राजनीतिक एजेंडे के लिए हिंदुओं के सामाजिक ताने-बाने के साथ खेल रहे हैं और उन्हें हिंदुओं के साथ नहीं खेलना चाहिए क्योंकि वे हिंदू धर्म से संबंधित नहीं हैं।
ओनली फैक्ट इंडिया ग्रुप के संस्थापक ने पूछा कि कांग्रेस की प्रचार और प्रकाशन समिति में कितने दलित, ओबीसी और आदिवासी हैं? कांग्रेस की भविष्य की चुनौतियों पर विचार करने के लिए समूह में कोई आदिवासी, दलित या ओबीसी क्यों नहीं है? चुनाव पूर्व गठबंधन उप-समूह में कितने दलित, ओबीसी और आदिवासी हैं? अनुशासनात्मक कार्रवाई समिति में कितने दलित, ओबीसी और आदिवासी हैं?
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