सार
रेलवे ने निर्देश दिया कि 2 अक्टूबर से सभी स्टेशनों पर प्लास्टिक का इस्तेमाल न किया जाए। 15 अगस्त को लाल किले से प्रधानमंत्री मोदी ने प्लास्टिक के इस्तेमाल को पूरी तरह से बंद करने का सुझाव दिया था। इसे लेकर 2 अक्टूबर को पूरे देश में अभियान चलाने की घोषणा की थी।
नई दिल्ली. रेल मंत्रालय ने सभी रेलवे यूनिट्स को निर्देश दिया है कि 2 अक्टूबर से स्टेशनों पर प्लास्टिक के उपयोग पर रोक लगा दी जाए। ताकि प्लास्टिक कचरे का उत्पादन कम हो और इसका पर्यावरण पर असर न पड़े। 15 अगस्त को लाल किले से प्रधानमंत्री मोदी ने प्लास्टिक के इस्तेमाल को पूरी तरह से बंद करने का सुझाव दिया था। इसे लेकर 2 अक्टूबर को पूरे देश में अभियान चलाने की घोषणा भी की थी।
आईआरसीटीसी को भी दिए निर्देश
रेलवे मंत्रालय ने आईआरसीटीसी को भी प्लास्टिक की बोतलों के इस्तेमाल को लेकर निर्देश दिए। 2 अक्टूबर से आईआरसीटीसी को यह सुनिश्चित करना होगा कि वो प्लास्टिक बोतलों को इस्तेमाल के बाद वापस इकट्ठा करे। यह बोतल बनाने वाली की जिम्मेदारी है। रेल मंत्रालय ने कहा कि प्लास्टिक की बोतलों को क्रशिंग मशीनों में ले जाया जाए। पहले चरण में 360 प्रमुख स्टेशनों पर 1,853 प्लास्टिक पानी की बोतल क्रशिंग मशीन लगाई जाएगी।
क्षेत्रीय रेलवे और उत्पादन इकाइयों के महाप्रबंधकों से कहा गया कि वे सभी रेलवे विक्रेताओं को प्लास्टिक कैरी बैग के उपयोग से बचने के लिए प्रोत्साहित करें। रेलवे कर्मचारियों को प्लास्टिक उत्पादों को कम करने या उसे दोबारा इस्तेमाल करने से बचने की सलाह दी गई।