सार
राजौरी में लगातार दो दिन 1-2 जनवरी को हुए आतंकी हमले में मारे गए 6 कश्मीरी पंडितों की घटना के बाद इलाके में सेना और पुलिस हाईलेवल पर सर्च ऑपरेशन चला रही है। इसी बीच राजौरी जिले में बुधवार देर रात मोटरसाइकिल सवार तीन व्यक्ति पुलिस चौकी को देखकर कूदकर जंगल में भाग गए।
राजौरी/जम्मू( Rajouri/Jammu). राजौरी में लगातार दो दिन 1-2 जनवरी को हुए आतंकी हमले में मारे गए 6 कश्मीरी पंडितों की घटना के बाद इलाके में सेना और पुलिस हाईलेवल पर सर्च ऑपरेशन चला रही है। इसी बीच राजौरी जिले में बुधवार देर रात मोटरसाइकिल सवार तीन व्यक्ति पुलिस चौकी को देखकर कूदकर जंगल में भाग गए, जिसके बाद सुरक्षा बलों ने तलाशी अभियान शुरू किया है। बता दें कि राजौरी हमले के बाद कश्मीरी पंडितों में जबर्दस्त रोष है। इस बीच आतंकवादियों का सुराग देने वाले को 10 लाख रुपए के इनाम की घोषणा की गई है। पढ़िए पूरी डिटेल्स...
लोगों को सलाह कि अफवाह न फैलाएं
एक सीनियर पुलिस अधिकारी ने कहा,"बाइक पर सवार तीन लोगों ने नौशेरा के पास थलका में एक पुलिस नाका तोड़ा था। हालांकि, पुलिसकर्मियों ने स्थानीय लोगों की मदद से बाइक का पीछा किया और कुछ दूरी पर उसे रोक लिया। लेकिन तीनों बाइक वहीं छोड़कर फरार हो गए। उनका पता लगाने के लिए तलाशी शुरू की गई है। अधिकारी ने स्पष्ट किया कि सोशल मीडिया पर कुछ रिपोर्ट हैं कि तीन व्यक्ति हथियार ले जा रहे थे, यह सच नहीं है। लोगों को सलाह दी जाती है कि अफवाह न फैलाएं। जिले के धांगरी(डांगरी भी लिख जा रहा) गांव में दो आतंकवादी हमलों में 6 लोगों के मारे जाने के बाद राजौरी में सुरक्षा बल हाई अलर्ट पर हैं। (पहली तस्वीर-राजौरी के धांगरी गांव में आतंकी हमले के बाद ग्राम रक्षा समिति(VDS) के मेंबर्स गश्त कर रहे हैं।)
एडिशनल पुलिस कमिश्नर जम्मू जोन मुकेश सिंह ने बताया कि पिछले तीन दिनों से क्षेत्र में एंटी टेरोरिस्ट ऑपरेशन चल रहा है। सूत्रों ने बताया कि जम्मू-कश्मीर पुलिस, भारतीय सेना और सीआरपीएफ संयुक्त रूप से करीब एक दर्जन गांवों में इस अभियान को अंजाम दे रही है। आधिकारिक सूत्रों ने कहा कि अभियान बड़े पैमाने पर चल रहा है। जरूरत पड़ने पर और अधिक फोर्स बुलाई जा सकती है। जम्मू और कश्मीर पुलिस और सीआरपीएफ के अधिकारियों के साथ सेना के वरिष्ठ अधिकारी ऑपरेशन की निगरानी कर रहे हैं। सीनियर्स को ऑपरेशन के बारे में रोजाना अपडेट किया जा रहा है।
टार्गेट किलिंग के बाद CRPF के 2000 जवान तैनात किए जा रहे
आतंकी हमले के खतरे को देखते हुए सरकार ने राजौरी और पूंछ में सुरक्षा बढ़ाने का फैसला किया है। इसके लिए सीआरपीएफ की 20 से अधिक कंपनियों (2,000 से अधिक जवान) को तैनात किया जा रहा है। सीआरपीएफ के इंस्पेक्टर जनरल और अन्य बड़े अधिकारी जवानों की तैनाती की निगरानी कर रहे हैं। दोनों जिलों में अल्पसंख्यक समुदाय की आबादी वाले इलाकों में सुरक्षा बढ़ाई गई है। क्लिक करके पढ़ें पूरी डिटेल्स
कुपवाड़ा में हथियार और गोला-बारूद बरामद
जम्मू-कश्मीर पुलिस ने बुधवार को उत्तरी कश्मीर के कुपवाड़ा जिले में तलाशी अभियान के दौरान हथियार और गोला-बारूद बरामद करने का दावा किया। एक पुलिस प्रवक्ता ने एक बयान में कहा कि विशिष्ट सूचना पर कार्रवाई करते हुए पुलिस ने सेना (03/08GR) के साथ कुपवाड़ा के करनाह के साधपोरा ताड़ गांव में एक संयुक्त घेरा और तलाशी अभियान शुरू किया। तलाशी अभियान के दौरान, संयुक्त टीम ने 03 पिस्तौल, 03 पिस्टल मैगज़ीन, 22 पिस्टल राउंड और 03 चीनी हथगोले सहित हथियार और गोला-बारूद बरामद किया। इस मामले में सुधपोरा ताड़ निवासी सुदेरदीन शेख के बेटे शमीम अहमद शेख को पकड़ा गया है।
वकीलों ने किया काम का बहिष्कार
राजौरी आतंकी हमले के विरोध में जम्मू-कश्मीर हाईकोर्ट बार एसोसिएशन, जम्मू ने बुधवार को सभी अदालतों में काम का बहिष्कार किया। जम्मू बार के अध्यक्ष एम के भारद्वाज के नेतृत्व में वकील यहां जानीपुर स्थित अदालत परिसर में एकत्र हुए और नारेबाजी करते हुए पाकिस्तान के खिलाफ विरोध जताया। वकीलों ने पाकिस्तान और देश विरोधी ताकतों के खिलाफ नारे लगाते हुए अदालत परिसर में एक जुलूस भी निकाला।
लगातार बाजार बंद
राजौरी आतंकी हमले में नागरिकों के मारे जाने के विरोध में पुंछ शहर में बुधवार को शांतिपूर्ण बंद रहा जबकि मेंढर और सुरनकोट शहर गुरुवार को बंद रहेंगे। पुंछ में, सनातन धर्म सभा ने बंद का आह्वान किया था, जिसे विभिन्न व्यापारिक संगठनों और मुस्लिम संगठनों सहित अन्य सामाजिक-राजनीतिक निकायों ने समर्थन दिया। कई जगहों पर लोगों ने आतंकी हमले के खिलाफ विरोध प्रदर्शन भी किया। घटना की निंदा करते हुए, उन्होंने "निर्दोष नागरिकों की जघन्य हत्या को मानवता पर हमला करार दिया।"
इस बीच, मेंढर के साथ-साथ पुंछ के सुरनकोट कस्बों के नागरिक समाज के सदस्यों ने भी गुरुवार को बंद का आह्वान किया है। व्यापारियों को अपने व्यापारिक प्रतिष्ठान बंद रखने को कहा गया है।
इससे पहले दिन में मेंढर में राजौरी के डांगरी गांव में आतंकी हमले के पीड़ितों के परिवारों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करते हुए यादगर चौक पर सभी क्षेत्रों के लोगों ने एक सभा की। उन्होंने आतंकी कृत्य के विरोध में गुरुवार को मेंढर शहर में 'बंद' रखने का भी फैसला किया।
इसी तरह, सुरनकोट शहर के व्यापार निकायों के साथ-साथ सनातन धर्म सभा सुरनकोट, बार एसोसिएशन सुरनकोट और इस्लामी संगठनों ने गुरुवार को दोपहर 12 बजे तक "सुरनकोट (नगर) बंद" रखने की घोषणा की।
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