सार
भारत को फांस से 30 लड़ाकू विमान राफेल मिल गए हैं। भारत में फ्रांस के राजदूत इमैनुएल लेनेन ने कहा है कि शेष छह विमान अगले साल अप्रैल तक भारत पहुंचा दिए जाएंगे। राफेल की डिलीवरी समय से करने में कोरोना बाधा नहीं है।
नई दिल्ली। भारत ने फांस से 36 लड़ाकू विमान राफेल (Fighter Plane Rafale) खरीदने के लिए सौदा किया था। डील के अनुसार भारत को 30 विमान मिल गए हैं। भारत में फ्रांस के राजदूत इमैनुएल लेनेन ने कहा है कि शेष छह विमान अगले साल अप्रैल तक भारत पहुंचा दिए जाएंगे।
इमैनुएल लेनेन ने कहा कि राफेल की डिलीवरी समय से करने में कोरोना बाधा नहीं है। राफेल की डिलीवरी सौदे के अनुसार तय समय पर की जाएगी। कोरोना से भले ही कारखाने और कई कंपनियां कुछ हफ्तों के लिए बंद रहे हों, लेकिन हमने डिलीवरी में इसे बाधक नहीं बनने दिया। इस रक्षा सौदे की समय से आपूर्ति के लिए सभी टीमें दिन-रात अतिरिक्त काम कर रही हैं।
अंतिम राफेल का नाम होगा आरबी-008
बता दें कि फ्रांस से भारत आने वाला अंतिम राफेल विमान आरबी-008 होगा। इसका नाम पूर्व वायु सेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल आरकेएस भदौरिया (सेवानिवृत्त) के नाम पर रखा जाएगा। आरकेएस भदौरिया ने सरकार से सरकार के बीच हुए समझौते के तहत फ्रांस के साथ 60 हजार करोड़ रुपए से अधिक के सौदे पर साइन करने के लिए उप प्रमुख के रूप में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।
फ्रांस से सभी 36 राफेल हासिल करने के बाद वायु सेना विशिष्ट साजो सामान और घातक हथियारों के साथ इसे अपग्रेड करना शुरू करेगी। वायु सेना के सूत्रों ने कहा कि सौदे के तहत फ्रांस से एक किट भारत लाई जाएगी और हर महीने तीन से चार भारतीय राफेल विमानों को आईएसई मानकों में अपग्रेड किया जाएगा।
यूएई खरीदा रहा है 80 राफेल
गौरतलब है कि राफेल की गिनती दुनिया के सबसे घातक लड़ाकू विमानों में होती है। दो इंजन वाला यह विमान हवा से हवा में मार करने से लेकर जमीन पर हमला जैसे सभी तरह के ऑपरेशन को अंजाम दे सकता है। कम राडार क्रॉस सेक्शन और राडार अब्सॉर्बिंग मटेरियल से बने होने के चलते इसे राडार से देख पाना कठिन होता है।
यह विमान अपने साथ कई तरह के मिसाइल और बम लेकर उड़ता है। शुक्रवार को संयुक्त अरब अमीरात (UAE) ने फ्रांस से 80 राफेल विमान खरीदने के लिए डील की है। इसके साथ ही वह फ्रांस से 12 सैन्य हेलिकॉप्टर भी खरीदेगा। यूएई ने फ्रांस के साथ यह डील 19.20 बिलियन डॉलर में की है।
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