सार
बांदा जिले के तिंदवारी क्षेत्र में सोमवार को एक रोडवेज बस और ट्रक में आमने—सामने की जबर्दस्त टक्कर में नौ लोगों की मौके पर ही मौत हो गयी तथा 17 अन्य घायल हो गये। पुलिस अधीक्षक गणेश प्रसाद साहा ने बताया कि रोडवेज की एक बस करीब 50 सवारी भर कर बांदा से फतेहपुर जा रही थी।
बांदा/लखनऊ. बांदा जिले के तिंदवारी क्षेत्र में सोमवार को एक रोडवेज बस और ट्रक में आमने—सामने की जबर्दस्त टक्कर में नौ लोगों की मौके पर ही मौत हो गयी तथा 17 अन्य घायल हो गये। पुलिस अधीक्षक गणेश प्रसाद साहा ने बताया कि रोडवेज की एक बस करीब 50 सवारी भर कर बांदा से फतेहपुर जा रही थी। रास्ते में सैमरी नाले के पास मोड़ पर फतेहपुर की तरफ से तेज गति से आ रहे ट्रक से उसकी सीधी टक्कर हो गयी।
राज्य के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस हादसे पर गहरा दुख व्यक्त किया है । अपर मुख्य सचिव अवनीश अवस्थी के अनुसार इस दुर्घटना में मारे गये लोगो के परिजनों को उप्र राज्य सड़क परिवहन निगम की तरफ से यात्री राहत कोष से पांच लाख रूपये की आर्थिक सहायता दी जायेगी। उन्होंने बताया कि इस भीषण टक्कर में बस सवार नौ लोगों की मौके पर ही मौत हो गयी। उन्होंने बताया कि अभी मृतक और घायलों की पहचान नहीं हो पाई है। वरिष्ठ अधिकारी मौके पर हैं और राहत व बचाव कार्य जारी है। उप्र राज्य सड़क परिवहन निगम के प्रबंध निदेशक राजशेखर ने लखनऊ में बताया कि मृतकों के परिजनों को पांच लाख तथा गंभीर घायलों को भी ढाई लाख रूपये की आर्थिक सहायता दी जायेगी तथा घायलों का नि:शुल्क इलाज करवाया जायेगा।
देर शाम बांदा मे दुर्घटना स्थल पर पहुंच कर राजशेखर ने बताया कि हादसे में 17 अन्य लोग भी घायल हुए हैं। उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। घायलों में बस का ड्राइवर और कन्डक्टर भी शामिल हैं जिनका इलाज चल रहा हैं। घायलों में बच्चे और महिलाएं भी शामिल हैं। शेखर ने बताया कि दुर्घटना के बाद ट्रक चालक और उसका सहायक मौके से फरार हो गया। उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज करा दी गई है और पुलिस उनकी तलाश कर रही है। एक सरकारी प्रवक्ता ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बांदा में हुई सड़क दुर्घटना में लोगों की मृत्यु पर गहरा शोक व्यक्त किया है। मुख्यमंत्री ने घायलों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना करते हुये अधिकारियों को घायल व्यक्तियों के उपचार की समुचित व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिये है ।
(यह खबर समाचार एजेंसी भाषा की है, एशियानेट हिंदी टीम ने सिर्फ हेडलाइन में बदलाव किया है।)