सार
अयोध्या मामले पर उच्चतम न्यायालय का निर्णय आने के बाद भाजपा और संघ के कम से कम 50 कार्यकर्ताओं ने आरती में भाग लिया। उन्होंने मिठाईयां बांटी और जय श्री राम के नारे लगाए। इसके बाद जल्दी ही पुलिस ने उन्हें मंदिर से बाहर जाने को कहा।
नागपुर. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और भाजपा के कार्यकर्ताओं ने नागपुर के महल क्षेत्र में संघ मुख्यालय के समीप स्थित मंदिर में शनिवार को आरती की।
अयोध्या मामले पर उच्चतम न्यायालय का निर्णय आने के बाद भाजपा और संघ के कम से कम 50 कार्यकर्ताओं ने आरती में भाग लिया। उन्होंने मिठाईयां बांटी और जय श्री राम के नारे लगाए।
इसके बाद जल्दी ही पुलिस ने उन्हें मंदिर से बाहर जाने को कहा।
महाराष्ट्र भाजपा के प्रवक्ता और विधानमंडल के सदस्य गिरीश व्यास ने कहा, “हम सभी खुश हैं। उच्चतम न्यायालय ने बहुत अच्छा निर्णय दिया है जो दोनों समुदायों के हित में है। मेरे विचार से यह ऐतिहासिक निर्णय है और हम इसका स्वागत करते हैं।”
उन्होंने कहा कि वे अदालत के निर्णय पर शांत रहकर खुशी मनाना चाहते हैं और किसी की धार्मिक भावनाओं को ठेस नहीं पहुँचाना चाहते। इसी बीच नागपुर भाजपा के मीडिया प्रभारी चंदन गोस्वामी ने 1992 की रथयात्रा को याद करते हुए पार्टी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी को इसका श्रेय दिया।
नागपुर भाजपा अध्यक्ष प्रवीण दटके ने भी शांतिपूर्वक खुशी मनाने की अपील की।
(यह खबर न्यूज एजेंसी पीटीआई भाषा की है, एसियानेट हिंदी की टीम ने सिर्फ हेडलाइन में बदलाव किया है।)