सार
काशी तमिल संगमम के बाद अब सौराष्ट्र तमिल संगमम का गुजरात में दस दिवसीय आयोजन। समापन समारोह में शिरकत करेंगे पीएम नरेंद्र मोदी।
Saurashtra Tamil Sangamam: सौराष्ट्र और तमिलनाडु के संबंधों को जीवंत करने के लिए गुजरात में सौराष्ट्र तमिल संगमम का आयोजन किया गया है। दस दिनों तक चलने वाले इस कार्यक्रम के समापन समारोह में पीएम नरेंद्र मोदी शिरकत करेंगे। सोमवार को संगमम के उद्घाटन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुभकामनाएं देते हुए कहा कि कामना है कि यह संगमम सांस्कृतिक संबंधों और ‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ की भावना को बढ़ावा दे।
सौराष्ट्र तमिल संगमम के आयोजन पर क्या कहा पीएम मोदी ने?
पीएम मोदी ने ट्वीट कर सौराष्ट्र तमिल संगमम के प्रतिभागियों को शुभकामनाएं दी। उन्होंने सौराष्ट्र तमिल संगमम के एक ट्वीट को साझा करते हुए कहा कि ऐतिहासिक एसटीएस संगमम शुरू हो रहा है, सभी प्रतिभागियों को मेरी शुभकामनाएं। गुजरात के सौराष्ट्र क्षेत्र और तमिलनाडु के बीच का संबंध बहुत पुराना और मजबूत है। कामना है कि यह संगमम सांस्कृतिक संबंधों और ‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ की भावना को बढ़ावा दे।
दस दिनों तक चलेगा कार्यक्रम
सौराष्ट्र-तमिल संगमम कार्यक्रम गुजरात में दस दिनों के लिए आयोजित है। 17 अप्रैल को इसका उद्घाटन हुआ। 26 अप्रैल को समापन समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शामिल होंगे। सौराष्ट्र-तमिल संगमम एक ऐसा कार्यक्रम है जिसमें एक समुदाय के तमिलनाडु में स्थानांतरित होने और उनके योगदान का ऐतिहासिक वर्णन कर भारत की संस्कृति की एकता को उजागर किया जाएगा। वर्षों पहले गुजरात के सौराष्ट्र इलाके से स्थानांतरित होकर तमिलनाडु राज्य में स्थायी हुए लोगों को सम्मानित करने और दोनों राज्यों के बीच ऐतिहासिक व सांस्कृतिक संबंधों का उत्सव मनाकर संस्कृति के आदान-प्रदान के लिए इस कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। आयोजक बताते हैं कि कई शताब्दियों के बाद सौराष्ट्र और तमिलनाडु की यह सबसे बड़ा सम्मेलन है। सौराष्ट्र तमिल संगमम दो विविध संस्कृतियों और विरासत का एक विशिष्ट संगम है। इसका उद्देश्य सौराष्ट्र से तमिल भाषी प्रवासियों को उनकी जड़ों से फिर से जोड़ना और सौराष्ट्र और तमिलनाडु के बीच सांस्कृतिक आदान-प्रदान में भागीदारी को बढ़ावा देना है।
‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत पहल’ के तहत आयोजन
‘सौराष्ट्र तमिल संगमम’ पहल का उद्देश्य तमिलनाडु में रहने वाले सौराष्ट्र समुदाय की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को बढ़ावा देना है। यह तमिलनाडु में सौराष्ट्रियों को गुजरात के साथ जुड़ने और उनकी साझा परंपराओं और मूल्यों का जश्न मनाने के लिए एक मंच प्रदान करेगा। सौराष्ट्र तमिल संगम ‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत पहल’ के तहत इस तरह का दूसरा कार्यक्रम है। इससे पहले काशी तमिल संगम का आयोजन किया गया था।
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