सार

कोविड वैक्सीन की कीमत बढ़ाने के संकेत कंपनियों ने देने शुरू कर दिए हैं। सीरम इंन्स्टीट्यूट आॅफ इंडिया का कहना है कि ग्लोबली वैक्सीन की कीमतेें इसलिए कम थीं क्योंकि एडवांस फंडिंग हुई थी। महामारी बढ़ने और वायरस के म्यूटेट होने के बाद वैक्सीन की स्केलिंग बढ़ाने पर निवेश होना चाहिए। 

नई दिल्ली। कोविड वैक्सीन की कीमत बढ़ाने के संकेत कंपनियों ने देने शुरू कर दिए हैं। सीरम इंन्स्टीट्यूट आॅफ इंडिया का कहना है कि ग्लोबली वैक्सीन की कीमतेें इसलिए कम थीं क्योंकि एडवांस फंडिंग हुई थी। महामारी बढ़ने और वायरस के म्यूटेट होने के बाद वैक्सीन की स्केलिंग बढ़ाने पर निवेश होना चाहिए। 

ओपन मार्केट में वैक्सीन की कीमतें अधिक होने पर किया जस्टीफाई

सीरम इंस्टीट्यूट इंडिया ने कोविशिल्ड वैक्सीन की कीमत को 600 रुपये प्रति डोज ओपन मार्केट में तय की है। अधिक कीमत पर ओपन मार्केट में वैक्सीन सप्लाई की वजह कंपनी ने बताते हुए कहा कि पूर्व में कम कीमत की वजह अधिक से अधिक एडवांस फंडिंग रही। लेकिन अब कीमत नहीं अधिक से अधिक उत्पादन पर जोर देना होगा। 

1 मई से सभी व्यस्कों को वैक्सीन

सीरम इंस्टीट्यूट भारत कोविशिल्ड नाम से वैक्सीन बना रही। देश में कोरोना वैक्सीन को 18 साल से अधिक उम्र के लोगों के लिए ओपन कर दिया गया है। 1 मई से सभी व्यस्कों को वैक्सीन लगाया जा सके। इस निर्णय के बाद वैक्सीन की मांग बढ़ेगी।

केंद्र, राज्य व ओपन मार्केट के लिए अलग-अलग कीमत

बीते दिनों केंद्र सरकार ने निर्णय लेते हुए ऐलान किया कि केंद्र सरकार 50 प्रतिशत वैक्सीन खरीदेगी। बाकी के वैक्सीन राज्य व ओपन मार्केट खरीद सकेंगे। सरकार के निर्णय के बाद कोविशिल्ड ने केंद्र को 150 रुपये, राज्य को 400 और ओपन मार्केट में 600 रुपये प्रति डोज वैक्सीन की कीमत तय की थी। 

Read this also:

पीएम मोदी की हाईलेवल मीटिंग में निर्णय...ऑक्सीजन प्रोडक्शन से जुड़े सभी इक्वीपमेंट पर टैक्स में छूट

दिल्ली में 1200 बेड वाला 75 कोविड केयर कोच खड़ा, जानिए किस राज्य में कितने कोच तैनात