सार
महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे सत्ता से अलग होने के बाद पहली बार इंटरव्यू दिए हैं। शिवसेना के मुखपत्र शिवसेना को दिए गए अपने इंटरव्यू में ठाकरे ने बीजेपी पर बड़ा आरोप लगाया है। उद्धव ठाकरे ने कहा कि शिंदे का पार्टी से अलग होना सड़े हुए पत्तों का पेड से अलग होने सरीखा है।
मुंबई। महाराष्ट्र में सत्ता खोने के बाद उद्धव ठाकरे ने अपने मुखपत्र सामना में खुलकर बात की है। शिवसेना के मुखपत्र सामना को दिए गए इंटरव्यू में पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने दिल्ली पर अपनी सरकार गिराने की साजिश का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि उनके साथ विश्वासघात किया गया। दिल्ली ने महाराष्ट्र की पीठ में छुरा घोंपा है। महाराष्ट्र सरकार गिराने की प्लानिंग तब की गई, जब वे अस्पताल में भर्ती थे और हिल भी नहीं पा रहे थे।
उद्धव ठाकरे ने कहा कि बीजेपी ने 2019 में ही अगर बात मान ली होती तो मन में उनके प्रति सम्मान होता। लेकिन बीजेपी ने पीठ में छुरा घोंपा है। सरकार गिराने के लिए बीजेपी ने करोड़ों खर्च किए जो 2019 में उसके यह पैसे भी बच जाते। ठाकरे ने बीजेपी पर हिंदुत्व को खत्म करने का भी आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि बीजेपी, शिवसेना को खत्म करके हिंदुत्व का अकेला ब्रांड बनना चाहती है। उसका हिंदुत्व से कोई लेना देना नहीं है।
अगर एनसीपी के साथ जाना गलत था तो तभी करते बगावत
उद्धव ठाकरे ने इंटरव्यू में कहा कि 2019 में एनसीपी के साथ गठबंधन अगर गलत होता तो उसी समय हमारे लोग बगावत कर दिए होते। तब ही विद्रोह करना चाहिए था। अजीत पवार ने कभी भी उनकी आवाज दबाने की कोशिश नहीं की।
हम साधारण लोगों में असाधारण लीडर्स बनाएंगे
उद्धव ने कहा, 'अगर मैंने उसे (शिंदे को) मुख्यमंत्री बना भी दिया होता तो उसके इरादे शैतानी हैं। सड़े हुए पत्तों को पेड़ से गिर ही जाना चाहिए। जिन्हें पेड़ ने सब कुछ दिया, वे खुद ही पेड़ को छोड़कर जा रहे हैं। जिन्हें सबसे ज्यादा फायदा मिला, वही पार्टी छोड़कर गए। ये वो लोग थे, जो अपनी ही मां (असली शिवसेना) को निगल जाना चाहते हैं, लेकिन मां तो आखिर मां होती है। हम साधारण लोगों में से असाधारण लीडर्स बनाएंगे।'
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