सार
संसद में राहुल गांधी हिन्दू हिन्दू धर्म और अहिंसा को लेकर दिए बयान पर घिरते जा रहे हैं। हिन्दू-सिख और मुस्लिम धर्मगुरुओं ने राहुल गांधी को सलाह दी है कि अंहिसा और धर्म के बारे में बोलने से पहले उसके बारे अच्छे से पढ़ लें।
नेशनल डेस्क। राहुल गांधी का संसद में सोमवार को हिन्दू समाज को लेकर की गई बयानबाजी ने सत्र को हंगामेदार बना दिया है। उनके हिन्दू समाज और अहिंसा को लेकर दिए गए बयान पर संसद से सड़क तक हंगामा मचा रखा और अब हिन्दू-सिख और मुस्लिम समाज के धर्मगुरुओं ने भी राहुल गांधी को सलाह दे डाली है। विभिन्न समुदायों के धर्मगुरुओं ने कहा है कि राहुल गांधी किसी भी धर्म के बारे में टिप्पणी करने से पहले उसके बारे में जान लें और अच्छे से पढ़ लिया करें। बिना धर्म और अहिंसा के बारे में जाने कुछ भी टिप्पणी करना ठीक नहीं है।
लोकसभा सत्र के दौरान अपने भाषण में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने मोदी सरकार पर जमकर हमला बोला। उन्होंने हिन्दू समाज को लेकर भी टिप्पणी की जिससे विवाद खड़ा हो गया। राहुल ने भगवान शिव की अभयमुद्रा का जिक्र करते हुए उनकी तस्वीर भी दिखाई। उनके बयान पर खुद पीएम मोदी को भी जवाब देना पड़ा। वहीं राहुल गांधी ने अलग-अलग धर्मों की चर्चा करते हुए मोदी सरकार का अहिंसा के साथ सामना करने की बात कही थी। उनके इस भाषण पर अब धर्मगुरुओं ने राहुल को धर्म और अहिंसा के बारे में अच्छ से पढ़कर बोलने की सलाह दी है।
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अवधेशानंद गिरि ने लगाया समाज को अपमानित करने का आरोप
राहुल गांधी के भाषण पर स्वामी अवधेशानंद गिरि ने कहा, हिंदू अहिंसक और उदार हैं और सभी में भगवान को देखता है। हिंदू कहते हैं कि पूरा विश्व उनका परिवार है। हिन्दुओं को हमेशा सभी के कल्याण, खुशी और सम्मान के लिए प्रार्थना करनी चाहिए। हिंदुओं के बारे में राहुल गांधी की ऐसी टिप्पणी निंंदनीय है। हिन्दुओं को हिंसक कहना या नफरत फैलाने वाला कहकर आप पूरे समाज को बदनाम करने की कोशिश की है। इससे संत समाज में नाराजगी है। राहुल गांधी को माफी मांगनी चाहिए।
इस्लाम में मूर्ति पूजा का जिक्र नहीं, राहुल गांधी कुछ भी न बोलें
राहुल गांधी को ऑल इंडिया सूफी सज्जादानशीन काउंसिल के चेयरमैन सैयद नसरुद्दीन चिश्ती ने नसीहत दी है कि संसद में राहुल गांधी ने कहा है कि इस्लाम में अभयमुद्रा भी है। जबकि मैं बता दूं कि इस्लाम में मूर्ति पूजा का जिक्र नहीं है और न ही किसी तरह की कोई मुद्रा है। मैं उनकी बात का खंडन करता हूं। इस्लाम में अभयमुद्रा का कोई जिक्र नहीं है। राहुल गांधी को अपने बयान के लिए माफी मांगनी चाहिए।
किसी भी प्रतीकात्मक मुद्रा को इस्लाम से न जोड़ें
अजमेर शरीफ दरगाह के गद्दी नशीन हाजी सैयद सलमान चिश्ती ने कहा, संसद में राहुल गांधी के बयान पर कहा है कि राहुल गांधी ने अपने भाषण में अभयमुद्रा का जिक्र किया है लेकिन उनके लिए लिए ये सलाह है कि इस मुद्रा को इस्लाम से न जोड़ें। इसका इस्लाम से कोई नाता नहीं है। इसलिए बिना इस्लाम के बारे में पढ़े किसी भी तरह की बयानबाजी न करें। किसी भी अन्य प्रतीकात्मक मुद्रा को इस्लाम के दर्शन और आस्था से जोड़ना ठीक नहीं है। इतनी समझ तो राहुल गांधी को होनी ही चाहिए।
आधी-अधूरी जानकारी के साथ बयान न दें राहुल
बिहार में गुरुद्वारा पटना साहिब के अध्यक्ष जगजोत सिंह ने राहुल गांधी के हिन्दू धर्म को लेकर गई टिप्पणी पर कहा है कि कहा, आज बहुत दुख का दिन है। राहुल गांधी जिस तरह संसद में धर्म को लेकर आधी-अधूरी जानकारी पेश की उससे सभी धर्मों का मजाक बन गया है। उन्होंने सदन में अधूरी और गलत जानकारी पेश की। उनके लिए यही सलाह है बिना जानकारी गलत बयानबाजी न करें।