सार

देश कोरोना की दूसरी लहर से जूझ रहा है। ऐसे में WHO ने कुछ ऐसा कहा है, जो स्मोकिंग करने वालों की चिंता बढ़ाने वाला है। WHO चीफ ट्रेडोस अधनोम घेब्रेयेसस ने स्मोकिंग करने वालों को चेतावनी दी है कि उन्हें आम लोगों की तुलना में कोरोना से गंभीर बीमारी होने और मौत का खतरा 50% तक अधिक है। 

नई दिल्ली. देश कोरोना की दूसरी लहर से जूझ रहा है। ऐसे में WHO ने कुछ ऐसा कहा है, जो स्मोकिंग करने वालों की चिंता बढ़ाने वाला है। WHO चीफ ट्रेडोस अधनोम घेब्रेयेसस ने स्मोकिंग करने वालों को चेतावनी दी है कि उन्हें आम लोगों की तुलना में कोरोना से गंभीर बीमारी होने और मौत का खतरा 50% तक अधिक है। 

WHO कमिट्स टू क्वाइट तंबाकू अभियान को लेकर जारी बयान में ट्रेडोस अधनोम ने कहा, कोरोना से स्मोकिंग करने वाले लोगों में कैंसर, दिल की बीमारी और सांस लेने जैसी बीमारी पैदा हो सकती हैं। 

मौत का खतरा भी 50% ज्यादा
उन्होंने कहा, स्मोकिंग करने वालों में गंभीर बीमारी और मौत का खतरा  50% ज्यादा है। इसलिए स्मोकिंग को छोड़कर इस रिस्क को कम किया जा सकता है। 

उन्होंने कहा, हम देशों से अपील करते हैं कि वे WHO अभियान से जुड़ें और तंबाकू फ्री वातावरण बनाएं, जो लोगों को जानकारी, समर्थन और तंबाकू छोड़ने में उपयोगी टूल्स उपलब्ध कराए। 

भारतीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन को मिला अवार्ड
इसके साथ ही WHO चीफ ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन को विशेष मान्यता पुरस्कार से सम्मानित किया। उन्हें यह सम्मान देश में ई-सिगरेट और तंबाकू उत्पादों (HTPs) पर प्रतिबंध लगाने के 2019 के राष्ट्रीय कानून के कारण तंबाकू नियंत्रण के लिए मिला। हालांकि, WHO ने दो दावा किया है, वैसा ही दावा भारत सरकार ने पिछले साल किया था। स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया था कि कोरोना से स्मोकिंग करने वालों को ज्यादा खतरा है। 

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