सार

मारे गए सैनिक प्रभु की पत्नी पुनीता प्रभु अपनी दो नवजात बेटियों को गोद में न्याय की गुहार लगा रही हैं।

Soldier killed in Tamil Nadu: तमिलनाडु में एक सैनिक की बेरहमी से पीट-पीट कर हत्या कर दी गई। आरोपी स्थानीय डीएमके नेता और उनके अन्य परिजन हैं। मारे गए सैनिक प्रभु की पत्नी पुनीता प्रभु अपनी दो नवजात बेटियों को गोद में न्याय की गुहार लगा रही हैं। हद तो यह कि इस निर्मम हत्या के बाद सत्ताधारी दल का कोई भी व्यक्ति सैनिक के परिवार से मिलना मुनासिब नहीं समझा। मीडिया से बातचीत में सैनिक की विधवा ने कहा कि वह चाहती हैं कि मुख्यमंत्री एमके स्टालिन आएं और उनसे मिलें। उधर, बीजेपी ने इस घटना की कड़ी निंदा की है। केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने ट्वीट कर कहा कि सैनिक की हत्या दुश्मन ने नहीं बल्कि डीएमके के गुंडों ने किया है। इसे देश याद रखेगा।

 

 

8 फरवरी को हुई थी सैनिक के साथ मारपीट

29 वर्षीय प्रभु एम की तमिलनाडु के कृष्णागिरी जिले में 8 फरवरी को एक सार्वजनिक टैंक में कपड़े धोने को लेकर डीएमके पार्षद के साथ बहस हो गई थी। इस विवाद में प्रभु एम की गंभीर रूप से पिटाई कर दी थी। मंगलवार को इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। इस मामले में 9 फरवरी को छह लोगों को गिरफ्तार किया गया था। DMK पार्षद सहित तीन और लोगों को 15 फरवरी को गिरफ्तार किया गया था।

यह है इस दर्दनाक वारदात की पूरी कहानी...

तमिलनाडु के कृष्णागिरी के रहने वाले प्रभु एम सेना में लांस नायक पद पर थे। बीते 8 फरवरी को एक सार्वजनिक टैंक में कपड़ा धोने को लेकर उनका डीएमके पार्षद चिन्नास्वामी के साथ बहस हो गया था। मामला बढ़ गया और उन पर और उनके भाई प्रभाकर पर पार्षद चिन्नास्वामी, उनके बेटों, रिश्तेदारों और उनके गुर्गों ने लोहे की छड़ों, चाकुओं और धारदार हथियारों से हमला कर दिया। इस हमले में प्रभु व उनके भाई प्रभाकर को काफी गंभीर चोटें आई थीं। मंगलवार को प्रभु की इलाज के दौरान मौत हो गई। जबकि प्रभाकर ही हालत नाजुक बनी हुई है।

प्रभु की पत्नी पुनीता ने बताया कि डीएमके पार्षद चिन्नास्वामी के बेटे ने उनके पति को घर के बाहर घसीटा। उन्हें जमीन पर फेंक दिया और उनके गले पर वार किया। पुनीता ने बताया कि चिन्नास्वामी का बेटा पुलिस में है। उसने खुलेआम धमकी भी दी।

पत्नी ने जताया चिन्नास्वामी परिवार से खतरा

दो नवजात बेटियों के साथ विधवा हो गई सैनिक की पत्नी 23 वर्षीय पुनीता ने कहा कि कोई डीएमके कार्यकर्ता हमसे मिलने नहीं आया है। मुख्यमंत्री को हमारी मदद करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि वह चाहती हैं कि मुख्यमंत्री स्टालिन उनसे मिले और सुरक्षा की गारंटी दें। आरोपियों को मौत की सजा दी जानी चाहिए। हमें अब खतरा महसूस हो रहा है। हमारे जीवन की क्या गारंटी है?

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