सार

दक्षिण पश्चिम मानसून (south west monsoon) कुछ लेट हो गया है। हालांकि उम्मीद जताई जा रही है कि अब यह कोंकण के शेष हिस्सों, गुजरात के कुछ हिस्सों, मध्य महाराष्ट्र के कई हिस्सों, पूरे कर्नाटक, तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश के कुछ हिस्सों सहित तेलंगाना में आगे बढ़ेगा। आइए जानते हैं मौसम का पूर्वानुमान..

मौसम डेस्क. उम्मीदों पर खरा न उतरते हुए दक्षिण पश्चिम मानसून (south west monsoon) कुछ लेट हो गया है। अभी यह उप पश्चिमी हिमालयी पश्चिमी बंगाल, सिक्किम, असम, मेघालय, अरुणाचल प्रदेश और गोवा में सक्रिय है। अब इसके गुजरात, मध्य महाराष्ट्र आदि में बढ़ने की आस है। IMD के अनुसार, मध्य और आसपास के पूर्वी भारत के अधिकांश हिस्सों में लू(Heatwave) की स्थिति थम गई है। हालांकि, पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड के अलग-अलग इलाकों में लू का प्रकोप सोमवार तक जारी रहेगा। हिमाचल प्रदेश, पूर्वी उत्तर प्रदेश, उत्तरी राजस्थान, हरियाणा, दिल्ली, झारखंड, पूर्वी मध्य प्रदेश, पंजाब और उत्तराखंड में एक या दो स्थानों पर लू का असर बना हुआ है। गर्म और शुष्क पश्चिमी हवाओं के हमले के कारण उत्तर पश्चिम भारत 2 जून से लू की चपेट में है। मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि 15-16 जून तक गर्मी से बड़ी राहत की संभावना है।

(हुबली: मॉनसून सीजन के दौरान आसमान पर बादलों का डेरा)

ऐसा रहने वाला है आजकल का मौसम
एक ताजा पश्चिमी विक्षोभ(Western Disturbance) और निचले स्तर के पूर्वी हवाओं के प्रभाव के तहत, 15-16 जून को जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, पूर्वी उत्तर प्रदेश, पंजाब, हरियाणा और दिल्ली में काफी व्यापक वर्षा और गरज के साथ छींटे पड़ने की भविष्यवाणी की गई है। मंगलवार से उत्तर पश्चिम भारत में अधिकतम तापमान में दो से तीन डिग्री सेल्सियस की गिरावट की भविष्यवाणी की है। 16 जून से 22 जून के बीच अधिकतम तापमान सामान्य से सामान्य से कम रहने की संभावना है। 16 जून-22 जून के दौरान देश के किसी भी हिस्से में कोई महत्वपूर्ण हीटवेव की संभावना नहीं है।

12 जून को मानसून के कोंकण के शेष हिस्सों, गुजरात के कुछ हिस्सों, मध्य महाराष्ट्र के कई हिस्सों, पूरे कर्नाटक, तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश के कुछ हिस्सों, तेलंगाना में आगे बढ़ने की उम्मीद जताई गई है। उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल, सिक्किम, पूर्वोत्तर भारत, तटीय कर्नाटक के कुछ हिस्सों, कोंकण और गोवा, दक्षिण-पश्चिम एमपी, आंतरिक महाराष्ट्र और केरल और तमिलनाडु में एक या दो स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है।

पूर्वोत्तर भारत, ओडिशा, छत्तीसगढ़, विदर्भ, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, दक्षिण आंतरिक कर्नाटक, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, लक्षद्वीप, गुजरात क्षेत्र और दक्षिणपूर्व राजस्थान के कुछ हिस्सों के अलावा पश्चिमी हिमालय, पूर्वी बिहार, गंगीय पश्चिम बंगाल और दक्षिण पूर्व मध्य प्रदेश में हल्की बारिश संभव है। स्काईमेट वेदर(skymet weather) के अनुसार, उत्तरी अफगानिस्तान और आसपास के क्षेत्र में पश्चिमी विक्षोभ देखा जा सकता है। एक अपतटीय ट्रफ रेखा महाराष्ट्र तट से कर्नाटक तट तक फैली हुई है। एक अन्य ट्रफ रेखा दक्षिण गुजरात तट से अरब सागर के मध्य भाग तक औसत समुद्र तल से 3.1 से 4.5 किमी के बीच फैली नजर आ रही है।

मानसून का ऐसा है मिजाज
अगले 3-4 दिनों में गुजरात, महाराष्ट्र, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, पश्चिम बंगाल, सिक्किम, ओडिशा, झारखंड और बिहार के कुछ और हिस्सों में मानसून के आगे बढ़ने के लिए स्थितियां अनुकूल बनी रहेंगी। . पश्चिमी प्रायद्वीपीय तट आजकल में तेज बारिश जारी रहने की संभावना है। पूर्वोत्तर और उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम में भारी बारिश का सिलसिला अगले 4-5 दिनों तक जारी रहने का अनुमान है। पिछले 24 घंटों के दौरान, मॉनसून उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल, सिक्किम, असम, मेघालय, अरुणाचल प्रदेश और गोवा में सक्रिय बना रहा। तटीय कर्नाटक, तमिलनाडु, केरल, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह और लक्षद्वीप में कमजोर मानसून की स्थिति है।

ऐसा रहा बीते दिन का मौसम
भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के अनुसार, उत्तर-पश्चिम भारत के कुछ इलाकों में रविवार को भीषण गर्मी का सामना करना पड़ा, हालांकि देश के मध्य और आसपास के पूर्वी हिस्सों में ज्यादातर जगहों पर लू(Heatwave) की स्थिति कम हो गई है। लेकिन राजस्थान, मध्य प्रदेश, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, झारखंड और दिल्ली के कुछ हिस्सों में लू की स्थिति बनी हुई है। IMD के मुताबिक, इन राज्यों के कम से कम 22 कस्बों और शहरों में अधिकतम तापमान 44 डिग्री सेल्सियस से ऊपर दर्ज किया गया।

उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल, सिक्किम, असम, मेघालय, अरुणाचल प्रदेश और गोवा में कुछ भारी बारिश के साथ मध्यम बारिश दर्ज की गई। तटीय कर्नाटक, छत्तीसगढ़ के कुछ हिस्सों, विदर्भ, दक्षिण गुजरात और दक्षिण पश्चिम मध्य प्रदेश में हल्की से मध्यम बारिश के साथ एक दो स्थानों पर भारी बारिश होती रही। मराठवाड़ा, कोंकण और गोवा, गुजरात के कुछ हिस्सों, मध्य प्रदेश, तेलंगाना, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और गंगीय पश्चिम बंगाल में एक या दो स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश हुई। जबकि दक्षिण पूर्व राजस्थान, तटीय ओडिशा और आंतरिक तमिलनाडु, रायलसीमा और तटीय आंध्र प्रदेश में एक या दो स्थानों पर हल्की बारिश होती रही।

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