सार
एक साथ कई मौसमी सिस्टम बनने से देश के कई राज्यों में जबर्दस्त बारिश का दौर जारी है। दक्षिण-पश्चिम मानसून ने पूरे देश को कवर कर लिया है। इस बीच मौसम विभाग ने गुजरात सहित कई राज्यों मे भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। पढ़िए मौसम विभाग की चेतावनी...
मौसम डेस्क. भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के अनुसार, आजकल में गुजरात, विदर्भ, कोंकण और गोवा, तटीय कर्नाटक, मध्य प्रदेश, पूर्वी राजस्थान और केरल में हल्की से मध्यम बारिश के साथ कुछ स्थानों पर भारी बारिश की संभावना है। अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, झारखंड, गंगीय पश्चिम बंगाल, छत्तीसगढ़, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। जबकि दिल्ली, हरियाणा, बिहार, दक्षिण आंतरिक कर्नाटक, तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना और रायलसीमा में हल्की बारिश का सिस्टम सक्रिय है।
मौसम में बदलाव की ये हैं मुख्य वजहें
1. स्काईमेट वेदर(skymet weather) के अनुसार, उत्तरी अफगानिस्तान और उससे सटे उत्तरी पाकिस्तान पर एक पश्चिमी विक्षोभ(western disturbance) सक्रिय हुआ है।
2. उत्तरी ओडिशा और आसपास के इलाकों में एक कम दबाव का क्षेत्र बना हुआ है। इससे रिलेटेड चक्रवाती परिसंचरण(cyclonic circulation) औसत समुद्र तल से 7.6 किमी ऊपर तक फैला हुआ है। यह ऊंचाई के साथ दक्षिण-पश्चिम की ओर झुक रहा है।
3. पूर्वोत्तर अरब सागर और गुजरात के आसपास के तटीय क्षेत्रों पर एक चक्रवाती परिसंचरण बना हुआ है। यह औसत समुद्र तल से 5.8 किमी तक फैला हुआ है। इसके प्रभाव से गुजरात तट के पश्चिमी भागों पर एक कम दबाव का क्षेत्र बनने के आसार हैं।
4. मानसून की ट्रफ रेखा जैसलमेर, कोटा, गुना, सागर, पेंड्रा रोड, कम दबाव वाले क्षेत्र के केंद्र से होते हुए दक्षिण पूर्व की ओर बंगाल की पूर्वी मध्य खाड़ी की ओर जा रही है।
बीते दिन इन राज्यों में हुई बारिश
तटीय आंध्र प्रदेश,अंडमान और निकोआर द्वीप समूह, झारखंड, गंगीय पश्चिम बंगाल और पश्चिमी राजस्थान में हल्की से मध्यम बारिश दर्ज की गई। दिल्ली, हरियाणा, बिहार, दक्षिण आंतरिक कर्नाटक, तमिलनाडु और रायलसीमा में भी हल्की बारिश होती रही। दक्षिण मध्य प्रदेश, राजस्थान,गुजरात, विदर्भ, कोंकण और गोवा, तटीय कर्नाटक, हरियाणा के कुछ हिस्सों और हिमाचल प्रदेश में हल्की से मध्यम बारिश के साथ कुछ स्थानों पर भारी बारिश दर्ज की गई। यह स्थिति जम्मू कश्मीर, पंजाब, ओडिशा, उत्तरी आंतरिक कर्नाटकऔर केरल में हल्की से मध्यम बारिश के साथ एक या दो स्थानों पर भी देखी गई।
ओडिशा: हल्की या मध्यम बारिश की संभावना
ओडिशा के मलकानगिरी जिले के कुछ हिस्से बाढ़ की चपेट में हैं क्योंकि पड़ोसी आंध्र प्रदेश में गोदावरी नदी के बैकवाटर में गांवों और खेतों में पानी भर गया है, जिससे प्रशासन को निचले इलाकों से लोगों को निकालना पड़ा है। जिले में पिछले चार दिनों में भारी बारिश हुई है। गोदावरी नदी का बैकवाटर मोटू ब्लॉक और उसकी सहायक नदियों सबरी और सिलेरू के तट सहित कुछ अन्य स्थानों में घुस गया है। आईएमडी ने एक बुलेटिन में कहा कि एक कम दबाव का क्षेत्र जो गुरुवार को उत्तरी ओडिशा पर मंडरा रहा था, अब अब राज्य के तटीय हिस्से पर स्थित है। मौसम विभाग ने ओडिशा के अधिकांश स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश की भविष्यवाणी की है, जबकि राज्य के कुछ हिस्सों में भारी से बहुत भारी बारिश होगी। मौसम कार्यालय ने कालाहांडी, कंधमाल, बौध, बोलांगीर, बरगढ़, संबलपुर और अंगुल जिलों में कुछ स्थानों पर शनिवार को भारी से बहुत भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट भी जारी किया। मौसम कार्यालय के अनुसार, यह संवेदनशील क्षेत्रों में भूस्खलन या भूस्खलन को ट्रिगर कर सकता है। खुर्दा, पुरी और कटक जिलों में भारी बारिश की चेतावनी दी है। आजकल में मलकानगिरी, नबरंगपुर और सुंदरगढ़ सहित कई जिलों के कुछ हिस्सों में भी भारी बारिश की संभावना है। मछुआरों को इस अवधि के दौरान समुद्र में न जाने की सलाह दी गई है।
राजस्थान में रिकॉर्ड बारिश से गंगानगर में पानी भरा
राजस्थान के गंगानगर जिले में भारी बारिश के चलते हालात खराब हैं। जिला प्रशासन ने लोगों से घरों से बाहर न निकलने की अपील की है। यहां जुलाई के महीने में एक दिन में रिकॉर्ड बारिश हुई है। इससे पहले जुलाई में एक दिन में सबसे ज्यादा बारिश 18 जुलाई 1978 को 107.7 मिमी दर्ज की गई थी। मौसम विभाग ने अजमेर, भीलवाड़ा, चित्तौड़गढ़, झालावाड़, बीकानेर, जैसलमेर, नागौर और पाली में छिटपुट स्थानों पर भारी बारिश की भविष्यवाणी की है।
महाराष्ट्र: मराठवाड़ा में भारी बारिश
महाराष्ट्र के मराठवाड़ा क्षेत्र में एक जून को मानसून आने के बाद से अब तक 35 लोगों की मौत हो चुकी है। नादेड़ जिले में तेज बारिश के कारण सात पुल और सात सड़कें क्षतिग्रस्त हो गईं, जबकि बीड में एक पुल क्षतिग्रस्त हो गया। रिपोर्ट में कहा गया है कि इस मानसून में 172 राजस्व मंडलों में अधिक वर्षा (65 मिमी से अधिक) हुई है और उनमें से 80 अकेले नांदेड़ जिले में हैं। आठ जिलों में 15 जुलाई तक 224.1 मिमी बारिश होने की संभावना है, जबकि इस क्षेत्र में अब तक 381.1 मिमी बारिश हो चुकी है।
दिल्ली में हल्की बारिश की संभावना
आईएमडी के अनुसार, राजधानी में कुछ स्थानों पर हल्की बारिश और गरज के साथ सामान्य रूप से बादल छाए रहने की संभावना है। आईएमडी ने अपने पूर्वानुमान में कहा कि अधिकतम और न्यूनतम तापमान क्रमश: 37 और 27 डिग्री सेल्सियस रहने की संभावना है। आम तौर पर बादल छाए रहेंगे और राष्ट्रीय राजधानी में कुछ स्थानों पर हल्की बारिश या गरज के साथ छींटे पड़ेंगे।
छत्तीसगढ़ में मानसून का हाल
छत्तीसगढ़ में पिछले कुछ दिनों में भारी बारिश ने दक्षिण बस्तर को प्रभावित किया है, जिससे नदियों का बहाव तेज हो गया। जिन जिलों में भारी बारिश हुई है, उनमें बस्तर संभाग के बीजापुर, दंतेवाड़ा, सुकमा, नारायणपुर, कांकेर और कोंडागांव, गरियाबदान, सरगुजा और कबीरधाम शामिल हैं। बीजापुर, दंतेवाड़ा और सुकमा जिलों के अंदरूनी इलाकों में बाढ़ जैसी स्थिति देखी गई है। बस्तर क्षेत्र की जीवन रेखा और गोदावरी की एक प्रमुख सहायक नदी इंद्रावती भी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। बीजापुर में 400 मिमी से अधिक बारिश हो चुकी है।
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