सार
असम के जोरहाट जिले में चाय बागान में काम करने वाले लोगों ने एक डॉक्टर की पिटाई क दी थी। अब उसकी मौत हो गई। पुलिस अधिकारी के मुताबिक, सुकरा मांझी नाम के शख्स की मौत के बाद उसके साथियों ने 73 साल के डॉक्टर देबेन दत्ता की कथित तौर पर पिटाई की। सोमरा माझी का बागान के ही अस्पताल में इलाज चल रहा था। इस मामले में मजिस्ट्रेट जांच का आदेश दिया गया है। 7 दिन में रिपोर्ट पेश करने के लिए कहा गया है।
जोरहाट. असम के जोरहाट जिले में चाय बागान में काम करने वाले लोगों ने एक डॉक्टर की पिटाई क दी थी। अब उसकी मौत हो गई। पुलिस अधिकारी के मुताबिक, सुकरा मांझी नाम के शख्स की मौत के बाद उसके साथियों ने 73 साल के डॉक्टर देबेन दत्ता की कथित तौर पर पिटाई की। सुकरा मांझी का बागान के ही अस्पताल में इलाज चल रहा था। इस मामले में मजिस्ट्रेट जांच का आदेश दिया गया है। 7 दिन में रिपोर्ट पेश करने के लिए कहा गया है।
33 साल के सुकरा मांझी की हुई थी मौत
- चाय बागान के पास एक हॉस्पिटल है, जहां 33 साल के सुकरा माझी को हॉस्पिटल ले जाया गया। मामला शनिवार दोपहर करीब एक बजे का है। लेकिन उस समय डॉक्टर देबेन दत्ता हॉस्पिटल में मौजूद नहीं थे और फार्मासिस्ट भी छुट्टी पर थे। नर्स ड्यूटी पर थी, लेकिन उसी वक्त सुकरा माझी की मौत हो गई।
- जब डॉक्टर देबेन दत्ता दोपहर लगभग 3:30 बजे पहुंचे, तो गुस्साए परिजनों ने उनकी पिटाई की और हॉस्पिटल के एक कमरे में बंद कर दिया।
- डॉक्टर देबेन दत्ता सेवानिवृत्त हो चुके हैं। उन्हें जोरहाट में सबसे वरिष्ठ डॉक्टर माना जाता है। इस मामले में 'असम वैली कंसलटेटिव कमेटी ऑफ प्लांटेशन एसोसिएशन' ने घटना की निंदा की और प्रशासन से मामले के दोषियों पर सख्त कार्रवाई की मांग की।