सार
लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव चर्चा के दौरान सांसद तेजस्वी सूर्या ने कहा, "बहुसंख्यक समुदाय को सतर्क रहने की जरूरत है नहीं तो देश में फिर मुगल शासन लौट सकता है।"
नई दिल्ली. सियासत में नेताओं के बदजुबानी का दौर थमने का नाम ही नहीं ले रहा है। इसी क्रम में बीजेपी के युवा सांसद तेजस्वी सूर्या शाहीन बाग में चल रहे सीएए विरोधी प्रदर्शन को लेकर दिए गए अपने ही बयान में फंस गए हैं। तेजस्वी सूर्या ने विरोध प्रदर्शन की आलोचना करते हुए सूर्या ने कहा, "बहुसंख्यक समुदाय को सतर्क रहने की जरूरत है नहीं तो देश में फिर मुगल शासन लौट सकता है।" तेजस्वी बुधवार को लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव चर्चा के दौरान बोल रहे थे।
शाहीन बाग में चल रहे प्रदर्शन का जिक्र करते हुए तेजस्वी सूर्या ने कहा, 'यदि बहुसंख्यक समुदाय सतर्क नहीं रहा तो मुगल राज दूर नहीं है।' उनके इस बयान पर सदन में जोरदार हंगामा हुआ। सूर्या ने दशकों से लंबित समस्याओं को सुलझाने के लिए पीएम नरेंद्र मोदी की तारीफ भी की। तेजस्वी ने कहा, 'पुराने घावों को भरे बिना न्यू इंडिया का निर्माण नहीं हो सकता है।'
विरोध निराशजनक है
उन्होंने कहा कि सीएए पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान से प्रताड़ित होकर आए अल्पसंख्यकों को नागरिकता देने का कानून है, यह किसी की नागरिकता ले नहीं सकता। उन्होंने कहा कि विपक्ष भी जानता है कि सीएए का यहां किसी से कोई लेनादेना नहीं है, उसके बाद भी विरोध किया जा रहा है जो निराशाजनक है।
उन्होंने कहा कि सीएए पाकिस्तान समेत पड़ोसी देशों में प्रताड़ित अल्पसंख्यकों को नागरिकता देने के लिए है लेकिन विरोध करके विपक्ष उन्हें नागरिकता मिलने से रोक रहा है जिसके लिए उसे आने वाली पीढ़ियां कभी माफ नहीं करेंगी। सूर्या ने कहा कि विपक्ष ऐसे मुद्दे खत्म नहीं होने देना चाहता, जिन्हें वो अपने वोट-बैंक के लिए इस्तेमाल करता है।
नागरिकता कानून पर शांतिपूर्ण प्रदर्शन- अधीर
संसद में नेता प्रतिपक्ष अधीर रंजन ने कहा कि देशभर में नागरिकता संशोधन एक्ट के खिलाफ शांतिपूर्ण प्रदर्शन हो रहा है, कहीं पर भी कुछ विवाद नहीं हुआ है। इसके साथ ही तेजस्वी सूर्या द्वारा बयान दिए जाने के बाद सांसदों ने संसद भवन में जोरदार हंगामा भी किया।