सार
मणिपुर में आर्मी कर्नल, उनकी पत्नी और बच्चे के अलावा 4 जवानों की हत्या करवाने में चीन की साजिश मानी जा रही है। हालांकि इसकी पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन इसे लेकर आशंका जताई जा रही है। इस बीच मणिपुर में एक स्कूल के पास बड़ी मात्रा में ग्रेनेड लांचर के राउंड बरामद हुए हैं।
इम्फाल( Imphal). वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर बढ़ती टेंशन के बीच चीन अब पीठ पर वार कर रहा है। आशंका जताई जा रही है कि मणिपुर में आर्मी कर्नल, उनकी पत्नी और बच्चे के अलावा 4 जवानों की हत्या करवाने में चीन का हाथ हो सकता है। बेशक इसकी पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन ऐसी आशंकाओं को लेकर सेना सतर्क है। सूत्रों के अनुसार भारत का रक्षा मंत्रालय अपने विशेषज्ञों और सरकार से अगली रणनीति पर विचार-विमर्श कर रहा है।
बड़ी मात्रा में ग्रेनेड लांचर के राउंड मिले
इस घटनाक्रम के बीच मणिपुर पुलिस के साथ एक संयुक्त अभियान में असम राइफल्स की फुंद्रेई बटालियन ने मणिपुर के काकचिंग जिले में वबागई यानबी हाई स्कूल के पास एम-79 ग्रेनेड लांचर के 20 राउंड बरामद किए। माना जा रहा है कि ये किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने लाए गए थे। लेकिन सुरक्षाबलों की सघन चेकिंग के चलते संदिग्ध आतंकवादी उन्हें छोड़कर भाग निकले। सेना के काफिले पर हुए हमले के बाद से सुरक्षाबल लगातार सर्चिंग कर रहे हैं।
ताइवान के साथ समझौते से बौखलाया है चीन
चीन ने अप्रत्यक्ष तौर पर अक्टूबर 2020 में भारत को धमकाया था कि अगर उसने ताइवान के साथ व्यापारिक समझौता किया, तो अच्छा नहीं होगा। इससे माना जा रहा है कि चीन उत्तर-पूर्वी राज्यों में उग्रवादियों को उकसा सकता है।
सेना के काफिले पर किया था आतंकवादियों ने हमला
मणिपुर (Manipur) में सेना (Army)के काफिले पर शनिवार यानी 13 नवंबर की सुबह उग्रवादियों के समूह ने घात लगाकर हमला (Ambush Attack) किया था। इसमें सेना के एक कर्नल, उनकी पत्नी और बेटे के अलावा 5 जवान शहीद हो गए। हमला सुबह करीब 10 बजे मणिपुर के चुराचांदपुर जिले में हुआ था। यह जिला म्यांमार सीमा के पास है। सूत्रों के मुताबिक शनिवार सुबह 46 असम राइफल्स के कमांडिंग ऑफिसर कर्नल विप्लव त्रिपाठी एक फॉरवर्ड कैंप गए थे। वे वहां से वापस लौट रहे थे उसी वक्त उन पर हमला किया गया। उनके साथ उनकी पत्नी, बेटा और अन्य जवान भी थे। प्रारंभिक तौर पर हमले के पीछे मणिपुर के आतंकी समूह पीपुल्स लिबरेशन आर्मी या PLA का हाथ बताया जा रहा है। हिंदुस्तान टाइम्स से एक सीनियर अधिकारी ने कहा कि चीन उत्तर-पूर्व में उग्रवाद को बढ़ावा दे रहा है। कहा जा रहा है कि मणिपुर सहित उत्तर-पूर्व के कई राज्यों में उग्रवादी समूह म्यांमार की अरकान आर्मी और स्टेट आर्मी जैसे उग्रवादी संगठनों के संपर्क में है।
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