सार

आंध्र प्रदेश से अवैध तरीके से लोग तमिलनाडु ना आएं, इसलिए यहां वेल्लोर जिला प्रशासन ने दो सीमाओं पर दीवार बनाने का फैसला किया है। जानकारी के मुताबिक, वेल्लोर के सैनागुंटा और पोन्नई चेकपॉइंट पर 3-5 फीट ऊंची दीवार बनाई जा रही हैं। प्रशासन का कहना है कि वाहनों की अवैध आवाजाही को रोकने के लिए यह कदम उठाया है। 

चेन्नई. आंध्र प्रदेश से अवैध तरीके से लोग तमिलनाडु ना आएं, इसलिए यहां वेल्लोर जिला प्रशासन ने दो सीमाओं पर दीवार बनाने का फैसला किया है। जानकारी के मुताबिक, वेल्लोर के सैनागुंटा और पोन्नई चेकपॉइंट पर 3-5 फीट ऊंची दीवार बनाई जा रही हैं। प्रशासन का कहना है कि वाहनों की अवैध आवाजाही को रोकने के लिए यह कदम उठाया है। 

वेल्लोर जिला कलेक्टर ए शानमुगा ने शनिवार को दोनों चेकपॉइंट पर दीवार बनाने का आदेश जारी किया। रविवार को इन दीवारों का निर्माण शुरू कर दिया गया। 

चार चेक पॉइंट पहले से खुले हैं
आदेश के मुताबिक, दो पहिया समेत सभी वाहनों को इन चेकपॉइंट से आने नहीं दिया जाएगा। हालांकि, आंध-तमिलनाडु को जोड़ने के लिए चार दूसरे चेक पॉइंट खुले हुए हैं। यहां से स्क्रीनिंग के बाद लोगों को आने जाने की अनुमति दी जा रही है।  

बॉर्डर खुले होने का लोग फायदा उठा रहे
जिला कलेक्टर ने पीटीआई से बातचीत में कहा, बॉर्डर पर दीवार बनाने से लोग इसका फायदा नहीं उठा पाएंगे। जब से मुख्य बॉर्डर पर चेकिंग बढ़ाई गई है, लोग इस रास्ते का फायदा उठा रहे हैं। दीवार बनाने से राज्य में अवैध एंट्री रुक जाएगी। वहीं, जब उनसे पूछा गया कि इस दीवार से लोगों को आने जाने में दिक्कत होगी, तो उन्होंने कहा, ऐसा नहीं है। मुख्य बॉर्डर से लोग स्क्रीनिंग और अन्य जरूरी प्रक्रियाओं से गुजर कर आसानी से एक राज्य से दूसरे राज्य में जा सकेंगे।

उन्होंने बताया, इन चेक पॉइंट पर मेडिकल कैंप भी लगाए गए हैं। जो लोग तमिलनाडु में आ रहे हैं, उनकी प्रोपर स्क्रीनिंग की जा रही है और प्रोटोकॉल के तहत जांच हो रही है।