सार
भारतीय पुरुष और महिला हॉकी टीम के पूर्व कोच ने एशियानेट को बताया ओलंपिक(Tokyo Olympics 2020) में मेडल की जीत का नुस्खा।
नई दिल्ली. Tokyo Olympics 2020 में भारतीय पुरुष हॉकी टीम ने जर्मनी को हराकर 41 साल बाद कोई पदक(ब्रॉन्ज) जीता है। इसे लेकर टीम के पूर्व कोच हरेंद्र सिंह खुशी जाहिर करते हुए टीम की खासियत का खुलासा करते हैं। एशियानेट से बात करते हुए पूर्व सफल कोच ने कहा कि आपने देखा होगा कि जूनियर विश्व कप-2016 जीतने वाले युवाओं ने खुद पर भरोसा करके कैसे उसे आत्मविश्वास में बदल दिया। अगर आप सही समय पर युवाओं को प्रोत्साहित करेंगे, उन्हें सपोर्ट करेंगे, तो यकीनन उसका फायदा मिला। उनका इशारा ओलंपिक में मेडल जीतने की ओर है।
कोच नहीं रहते हुए भी गाइड करते हैं हरेंद्र
बता दें कि टोक्यो ओलिंपिक 2020 (Tokyo Olympics 2020) में जब भारतीय हॉकी टीम जा रही थी, तब हरेंद्र सिंह ने सलाह दी थी कि वो सोशल मीडिया से दूर रहे और कोरोनाकाल में की गई अपनी कुर्बानियों को याद रखे। हरेंद्र अकसर देश की टीम को सलाह देते रहे हैं। उल्लेखनीय है कि वर्तमान भारतीय हॉकी टीम के कई सितारे हरेंद्र सिंह की कोचिंग में 2016 जूनियर वर्ल्ड कप जीतने वाली भारतीय टीम का हिस्सा रहे हैं।
हरेंद्र सिंह के बारे में यह भी जानें
हरेंद्र सिंह को अप्रैल, 2021 में अमेरिकी पुरुष हॉकी टीम का कोच बनाया गया था। ये 2017 से 2018 तक सीनियर भारतीय पुरुष हॉकी टीम और इससे पहले भारतीय महिला टीम के कोच रह चुके हैं। इन्हें 2012 में द्रोणाचार्य पुरस्कार मिल चुका है। इस समय पुरुष हॉकी के कोच ग्राहम रीड हैं।
भारतीय पुरुष हॉकी टीम ने हरेंद्र के मार्गदर्शन में 2018 में ओमान के मस्कट में एशियाई चैंपियन्स ट्रॉफी में गोल्ड मेडल जीता था। वहीं, भुवनेश्वर में 2018 पुरुष विश्व कप में पांचवां स्थान हासिल किया था। इन्हीें के कोच रहते हुए पुरुष टीम ने 2018 चैंपियन्स ट्रॉफी में सिल्वर और 2018 एशियाई खेलों में ब्रॉन्ज मेडल हासिल किया था।
इनके मार्गदर्शन में भारतीय हॉकी को मिला मुकाम
हरेंद्र सिंह के मार्गदर्शन में भारतीय महिला टीम ने 2017 एशिया कप में गोल्ड मेडल जीता था। वहीं, भारत ने 2016 पुरुष जूनियर विश्व कप में गोल्ड मेडल हासिल किया था। हरेंद्र सिंह जूनियन और सीनियर दोनों स्तर पर 350 से अधिक अंतरराष्ट्रीय मैचों में कोचिंग दे चुके हैं। इनके मार्गदर्शन में भारती हॉकी टीमें अंतरराष्ट्रीय स्तर पर 8 गोल्ड, 5 सिल्वर और 9 ब्रॉन्ज मेडल जीत चुकी हैं।
मोदी ने टीम को लगाया फोन
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने टीम के कैप्टन मनप्रीत सिंह, हेड कोच ग्राहम रीड और सहायक कोच पीयूष दुबे को फोन करके जीत की बधाई दी। PM ने मनप्रीत से कहा कि आपने इतिहास लिखा है। मोदी ने कहा कि आज मनप्रीत की आवाज तेज और स्पष्ट है, जबकि उस दिन (जब भारत बेल्जियम से हार गया था) थोड़ा मौन था। मनप्रीत ने टीम को लगातार प्रोत्साहन देने के लिए मोदी को धन्यवाद दिया।
प्रधानमंत्री ने टीम को बधाई देते हुए कई tweet किए।
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