Top 10: भारत के इतिहास के 10 सबसे ब्रूटल मर्डर
Top brutal murders of india: भारत के 10 सबसे खौफनाक हत्याकांडों के बारे में जानें, जिन्होंने देश को हिलाकर रख दिया। ये मामले आज भी लोगों के दिलों में दहशत पैदा करते हैं।
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आरुषि-हेमराज डबल मर्डर (2008)
चौदह साल के आरुषि तलवार की नोएडा में उसके घर में हत्या कर दी गई थी। उसके साथ उसके परिवार का नौकर हेमराज भी था, जिसका शव बाद में मिला था। इसमें जिसमें आरुषि के माता-पिता भी शामिल थे, जिन्हें गिरफ्तार किया गया था, लेकिन उन्होंने अपनी बेगुनाही को बरकरार रखा।
निठारी हत्याकांड (2006-2007)
नोएडा में, मोनिंदर सिंह पंढेर और उसके नौकर सुरेंद्र कोली के घर के पास बच्चों और युवा लोगों के शव पाए गए थे। कोली को कई हत्याओं का दोषी पाया गया था, जिसमें नरभक्षण जैसे भयानक कृत्य शामिल थे। इस मामले से पूरा देख शॉक में चला गया था।
श्रद्धा वालकर मर्डर केस (2022)
श्रद्धा वाकर मर्डर केस एक खौफनाक घटना थी, जिससे पूरा देश हिल गया था। श्रद्धा वाकर की हत्या उसके लिव-इन पार्टनर आफताब पूनावाला ने कर दी थी, जिसने उसके शव के टुकड़े-टुकड़े करके उसे अलग-अलग जगहों पर ठिकाने लगा दिया था।
सेनबारी हत्याकांड (1970)
पश्चिम बंगाल के बर्धमान में, सेन परिवार के तीन सदस्यों को उनके घर में बेरहमी से मार दिया गया था। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) से जुड़े हमलावरों ने पीड़ितों को उनके परिवार के सामने प्रताड़ित किया, जिसमें एक भाई की आंखें फोड़ दी गईं और दूसरे को मौत के घाट उतार दिया गया था।
नीरज ग्रोवर हत्याकांड (2008)
टेलीविजन कार्यकारी नीरज ग्रोवर की हत्या मारिया सुसैराज और उसके प्रेमी जेरोम ने की थी। उसके शव को जंगल में जला दिया गया था, जिसके बाद एक सनसनीखेज मुकदमा चला जिसने लोगों का ध्यान खींचा।
प्रियदर्शिनी मट्टू केस (1996)
लॉ की छात्रा प्रियदर्शिनी मट्टू की हत्या उसके पीछा करने वाले संतोष कुमार सिंह ने की थी, जिसने उसका गला घोंट दिया और उसे बुरी तरह पीटा। इस मामले ने खूब सुर्खियां बटोरी थीं।
तंदूर हत्याकांड (1995)
नैना साहनी की हत्या उसके पति ने की थी, जिसने उसके शव को तंदूर में जलाकर ठिकाने लगाने की कोशिश की थी। इस हत्याकांड ने मीडिया में काफी सुर्खियां बटोरीं और इस पर काफी चर्चा भी हुई थी।
संजय और गीता चोपड़ा हत्याकांड (1978)
नई दिल्ली में फिरौती के लिए दो बच्चों का अपहरण किया गया था। अपने पिता की पहचान नौसेना अधिकारी के रूप में होने का पता चलने के बाद, उनके अपहरण करने वाले लोगों ने बेरहमी से हत्या कर दी, जिन्हें बाद में उनके अपराधों के लिए फांसी पर चढ़ा दिया गया।
प्रमोद महाजन हत्याकांड (2006)
प्रमोद महाजन को उनके छोटे भाई ने गोली मारकर हत्या कर दी थी, जिससे पारिवारिक मतभेद उजागर हो गए। महाजन के राजनीतिक कद के कारण इस मामले ने मीडिया का खूब ध्यान खींचा।
सैयद मोदी हत्याकांड (1988)
राष्ट्रीय बैडमिंटन चैंपियन सैयद मोदी की लखनऊ में एक स्टेडियम के बाहर गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इस हत्याकांड में कई हाई-प्रोफाइल जांच हुई।