सार
दिल्ली की गुड़िया गैंगरेप केस में कड़कड़डूमा कोर्ट ने दोनों आरोपियों प्रदीप और मनोज को दोषी करार दिया है। दोषियों ने 5 साल की बच्ची के साथ 24 से ज्यादा घंटों तक किडनैप कर दुष्कर्म किया था। कोर्ट ने इनपर पॉक्सो, किडनैपिंग, गैंगरेप और सबूत मिटाने के मामले में दोषी करार दिया।
नई दिल्ली. दिल्ली की गुड़िया गैंगरेप केस में कड़कड़डूमा कोर्ट ने दोनों आरोपियों प्रदीप और मनोज को दोषी करार दिया है। दोषियों ने 5 साल की बच्ची के साथ 24 से ज्यादा घंटों तक किडनैप कर दुष्कर्म किया था। कोर्ट ने इनपर पॉक्सो, किडनैपिंग, गैंगरेप और सबूत मिटाने के मामले में दोषी करार दिया।
30 जनवरी को सजा पर होगी बहस
दोषी ठहराए जाने के बाद अब 30 जनवरी को दिल्ली की कड़कड़डूमा कोर्ट में सजा पर बहस होगी। दोषियों पर धारा 363,376 और 377 के तहत सजा सुनाई जाएगी। इस केस में कुल 59 गवाहियां हुई हैं।
निर्भया केस से 4 महीने बात ही हुआ गुड़िया गैंगरेप
16 दिसंबर 2012 को निर्भया गैंगरेप केस के चार महीने बाद ही गुड़िया गैंगरेप हुआ था। 15 अप्रैल 2013 को 5 साल की गुड़िया को 2 लोगों ने किडनैपिंग कर उसका गैंगरेप किया।
शरीर के अंदर से तेल की शीशी और मोमबत्ती निकली थी
15 अप्रैल 2013 की शाम गुड़िया अपने गांधी नगर के घर से लापता हुई थी और 17 अप्रैल की सुबह घर के पास ही मिली थी। इलाज के लिए उसे एम्स अस्पताल ले जाया गया था, जहां डॉक्टर ने उसके शरीर के अंदर से तेल की शीशी और मोमबत्ती निकाली थी। कई दिनों तक गुड़िया की हालत नाजुक बनी रही।