मिजोरम और असम के बीच सीमा विवाद अब दोनों मुख्यमंत्रियों के बीच नोकझोंक में बदल चुका है। दोनों राज्यों के बीच विवादित सीमा पर क्षेत्रों में हिंसा भड़कने के बाद असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने दावा किया कि सीमा पर झड़पों में छह पुलिसकर्मी मारे गए हैं।जबकि मिजोरम के गृहमंत्री ने दावा किया है कि असम पुलिस ने उनके जवानों पर गोलीबारी की, आंसू गैस छोड़े। उनके नागरिक भी असम पुलिस की कार्रवाई में घायल हुए हैं। 

नई दिल्ली। मिजोरम-असम सीमा पर हुए हिंसा के बाद सीमा पर सीआरपीएफ को तैनात कर दिया गया है। सीआरपीएफ की एक कंपनी असम और दूसरी कंपनी मिजोरम में तैनात की गई है।

सीआरपीएफ एडीजी संजीव रंजन ओझा ने बताया कि गृह मंत्रालय के आदेश के बाद दो कंपनियों को तैनात किया गया है। गृह मंत्री अमित शाह ने दोनों राज्यों के मुख्यमंत्रियों से भी बात की है। दोनों राज्यों ने अपनी-अपनी पुलिस को पीछे हटाने का आदेश दिया है। 

एडीजी संजीव रंजन ओझा ने बताया कि असम पुलिस पूरी तरह से पीछे हट गई है। विवादित जगह पर मिजोरम पुलिस कोलासिब एसपी के नेतृत्व में मौजूद है। डीआईजी मिजोरम मौके पर पहुंचे हैं, वह उनसे बातचीत कर पीछे हटने को कह रहे हैं। 

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असम के मंत्री बोले-जलियांवाला बाग की तरह पुलिसवालों को मारा गया

उधर, असम के मंत्री परीमल सुक्लवैद्या ने कहा कि असम के छह पुलिस वाले इस हिंसा में मारे गए हैं जबकि करीब अस्सी लोग घायल हुए हैं। हमारी ओर से काई फायरिंग नहीं हुई है। मिजोरम ने जलियावालां बाग घटना की तरह असम के पुलिसवालों को मारा है। 

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मिजोरम-असम सीमा विवाद के हिंसात्मक हो चुका है। दो राज्यों के मुख्यमंत्रियों के बीच संवाद के बजाय बयानबाजी ने भी इस मुद्दे को गंभीर बना दिया। आलम यह कि केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह को इस मामले में हस्तक्षेप करना पड़ा और दोनों राज्यों को नसीहत देनी पड़ी। पूरा पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें...