सार

तिहाड़ के हाई सिक्योरिटी बैरक में रखे गए छोटा राजन पिछले दिनों कोरोना से संक्रमित हो गया था। हालत बिगड़ने पर 25 अप्रैल को उसे एम्स में शिफ्ट कर दिया गया था। 

नई दिल्ली। एम्स में भर्ती गैंगेस्टर छोटा राजन की हालत गंभीर है। कुछ देर पहले ही उसके मौत की सूचना आई थी। हालांकि, एम्स ने छोटा राजन के जीवित होने की पुष्टि कर दी है। तिहाड़ के हाई सिक्योरिटी बैरक में रखे गए छोटा राजन पिछले दिनों कोरोना से संक्रमित हो गया था। हालत बिगड़ने पर 25 अप्रैल को उसे एम्स में शिफ्ट कर दिया गया था। 

टिकट ब्लैक करते करते अंडर वल्र्ड के डाॅन बड़ा राजन के संपर्क में आया
मुंबई के चेंबुर में जन्में छोटा राजन का असली नाम राजेंद्र सदाशिव निखलजे है। किशोरावस्था से ही छोटा राजन जुर्म की दुनिया में कदम रखना शुरू कर दिया था। स्कूल छोड़ने के बाद वह मुंबई में टिकट ब्लैक करने लगा। इसी दौरान मुंबई के अंडरवल्र्ड डाॅन बड़ा राजन उर्फ राजन नायर के संपर्क में आया। देखते ही देखते वह बड़ा राजन का सबसे करीबी बन गया। जब बड़ा राजन की मौत हुई तो वह गैंग का सरगना बन गया और उसे जुर्म की दुनिया में छोटा राजन के नाम से लोग जानने लगे। 

दाउद के साथ मिलकर मुंबई पर किया राज, अचानक बने जानी दुश्मन
छोटा राजन गैंग का सरगना बनने के साथ ही दाउद इब्राहिम के साथ मिलकर हर प्रकार का अवैध धंधा किया। दोनों की दोस्ती से मुंबई में क्राइम का ग्राफ काफी बढ़ गया था। दूसरे गैंग चुनौती देने की स्थिति में नहीं रह गए थे। मुंबई में वसूली, हत्या, स्मगलिंग इनकी देखरेख में जमकर हो रहे थे। पुलिस ने जब शिकंजा कसा तो छोटा राजन 1988 में दुबई से गैंग संचालित करने लगा। 

1993 बम ब्लास्ट ने दोनों की राह अलग हुई

90 के दशक में दाउद और छोटा राजन ने मिलकर कई देशों में अपने अवैध कारोबार को बढ़ाया। लेकिन 1993 बम ब्लास्ट के बाद दोनों अलग हो गए। राजन बम ब्लास्ट के बाद दाउद का दुश्मन बन बैठा।

कई बार दोनों के बीच गैंगवार
दोनों के बीच हुई दुश्मनी के बाद कई बार गैंगवार हुआ। इस गैंगवार में दोनों तरफ से दर्जनों लोग मारे गए। हालांकि, 27 साल की फरारी के बाद छोटा राजन इंडोनेसिया में अरेस्ट हुआ और नवम्बर 2015 में भारत लाया गया। 

पत्रकार हत्याकांड में उम्रकैद की सजा काट रहा छोटा राजन

छोटा राजन तिहाड़ जेल में पत्रकार ज्योतिर्मय डे की हत्या में उम्र कैद की सजा काट रहा। उस पर देश में 65 से अधिक क्रिमिनल केस थे जिसमें अवैध वसूली, हत्या, धमकी के केस शामिल थे।