सार
उन्नाव रेप की शिकार पीड़िता को बीते 5 दिसंबर की सुबह रेप के आरोपियों ने बुरी तरह से जला दिया था। जिसके कारण पीड़िता के शरीर का 90 प्रतिशत हिस्सा ज्यादा जल चुका था। दो दिनों से जारी इलाज के बीच पीड़िता ने दम तोड़ दिया।
उन्नाव. उन्नाव रेप पीड़िता आखिरकार जिंदगी की जंग हार गई। शुक्रवार रात 11: 40 बजे सफदरजंग अस्पताल में उसकी मौत हो गई। जिसकी जानकारी पीड़िता की बहन ने दी। अस्पताल के बर्न और प्लास्टिक सर्जरी विभाग के एचओडी डॉ. शलभ कुमार ने पीड़िता के निधन की पुष्टि करते हुए कहा कि रात करीब 11:10 पर पीड़िता के हृदय ने काम करना बंद कर दिया। डॉक्टरों की तमाम कोशिशों के बावजूद उसकी हालत में कोई सुधार नहीं हुआ और 11:40 पर उसने दम तोड़ दिया।
90 प्रतिशत जल चुकी थी पीड़िता
रेप की शिकार पीड़िता को बीते 5 दिसंबर की सुबह रेप के आरोपियों ने बुरी तरह से जला दिया था। जिसके कारण पीड़िता के शरीर का 90 प्रतिशत हिस्सा ज्यादा जल चुका था। यूपी की इस 'निर्भया' ने अब भी हार नहीं मानी थी। गुरुवार रात 9 बजे तक वह होश में थी। जब तक होश में थी कहती रही- मुझे जलाने वालों को छोड़ना मत। फिर नींद में चली गई, डॉक्टरों ने पूरी कोशिश की, वेंटिलेटर पर रखा लेकिन वो नींद से नहीं उठी। और फिर न्याय की जंग लड़ते हुए उसने दम तोड़ दिया।
डॉक्टरों ने कहा था- बचने के चांस हैं कम
सफदरजंग अस्पताल के मेडिकल सुपरिटेंडेंट डॉ. सुनील गुप्ता ने शुक्रवार सुबह 11 बजे बयान जारी कर कहा था कि पीड़िता के बचने की उम्मीद बहुत कम हैं। उसकी बिगड़ती हालत को देखते हुए वेंटीलेटर पर लिया गया है। वहीं सूत्रों के हवाले से पता चला कि उसकी कमर के नीचे के दो अंदरूनी अंगों ने काम करना बंद कर दिया था।
नहीं रोक पाए संक्रमण
बुरी तरह से जल चुकी रेप पीड़िता डॉक्टरों को सबसे ज्यादा डर संक्रमण फैलने का था। डर भी सही साबित हुआ, पीड़िता के शरीर में तेजी से संक्रमण फैला जिसे रोकना मुमकिन नहीं रहा। डॉक्टरों ने इस बात की जानकारी पहले ही दी थी कि यदि पीड़िता के शरीर में संक्रमण फैल गया तो फिर उसे कंट्रोल करना बहुत मुश्किल होगा। बताया जा रहा है कि बर्न केस में ज्यादातर मरीज की मौत संक्रमण फैलने के चलते हो जाती है।
एयरलिफ्ट कर पहुंचाया गया था दिल्ली
आरोपियों के जलाने के बाद उन्नाव से लखनऊ और फिर एयरलिफ्ट कर दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में भर्ती करवाया गया था। 90 प्रतिशत से ज्यादा जल चुकी थी रेप पीड़िता, गुरुवार रात 9 बजे तक होश में थी, कहती रही- मुझे जलाने वालों को किसी भी हाल में मत छोड़ना।