सार
दिल्ली के जहांगीरपुरी में हनुमान जयंती पर हुई हिंसा (Jahangirpuri violence) का मामला सुप्रीम कोर्ट में पहुंच गया है। मामले की जांच NIA से कराने के लिए याचिका दायर की गई है। इस बीच सोशल मीडिया पर हिंसा के मुख्य आरोपी अंसार को लेकर कई सनसनीखेज बातें वायरल हो रही हैं। कहा जा रहा है कि वो AAP पार्टी का नेता है। हालांकि पुलिस अभी जांच कर रही है।
नई दिल्ली. हनुमान जयंती पर दिल्ली के जहांगीरपुरी में हुई हिंसा (Jahangirpuri violence) के मामले को लेकर सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की गई है। वकील विनीत जिंदल ने याचिका में कहा कि कई राज्यों में हुई हिंसक घटनाएं कोई संयोग नहीं हो सकती हैं। इनके तार आपस मे जुड़े हो सकते हैं। याचिका मे इन मामलों की जांच राष्ट्रीय जांच एजेंसी(National Investigation Agency-NIA) से करवाने की मांग की गई है।
10 राज्यों में हुई थी हिंसा
हनुमान जयंती के अवसर पर देश के 10 राज्यों दिल्ली, मध्य प्रदेश, गुजरात, पश्चिम बंगाल, गोवा, महाराष्ट्र, झारखंड, बिहार, कर्नाटक और छत्तीसगढ़ के अलग-अलग इलाकों में पथराव की घटनाएं हुई थीं। अगर सिर्फ दिल्ली के जहांगीराबाद में हुई हिंसा की बात करें, तो शनिवार को हनुमान जयंती के अवसर पर निकाली गई शोभायात्रा पर पथराव, आगजनी और गोलीबारी मामले की जांच में दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने 20 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों के कब्जे से 3 पिस्टल और 5 तलवारें मिली हैं।
मुख्य आरोपी अंसार क्या AAP का लीडर है?
रविवार को 14 आरोपियों को दिल्ली के रोहिणी कोर्ट में पेश किया गया। कोर्ट ने दो मुख्य आरोपियों अंसार और असलम को एक दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया। वहीं, 12 को 14 दिनों के लिए न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। अंसार को लेकर सोशल मीडिया पर कई तस्वीरें और बातें पोस्ट की जा रही हैं। जैसे वो आम आदमी पार्टी(AAP) का नेता है। उसके बारे में लिखा जा रहा है कि वो खुद एक बांग्लादेशी है और उसने कई बांग्लादेशियों की वोटर आईडी बनवाईं। हालांकि सच क्या है यह पुलिस की पड़ताल में पता चलेगा। लेकिन भाजपा दावा कर चुकी है कि अंसार आप का नेता है। दिल्ली बीजेपी के अध्यक्ष आदेश गुप्ता (Adesh Gupta) ने आरोप लगाया है कि अंसार आम आदमी पार्टी का पदाधिकारी है। भाजपा नेता ने अरविंद केजरीवाल के बयान-‘दिल्ली में शांति कायम करना केंद्र की जिम्मेदारी है!’ पर पलटवार करते हुए कहा कि फिर केजरीवाल का क्या काम है? नका काम क्या सिर्फ दिल्ली में अशांति फैलाने वाले रोहिंग्या और बांग्लादेशियों को फ्री बिजली-पानी देने भर का है? इस बीच गुजरात के वडोदरा के रावपुरा इलाके में दो बाइक के बीच हुए मामूली एक्सीडेंट के बाद दो समूह आमने-सामने आ गए। इसमे भी एक समूह पर पत्थर फेंकने के आरोप लगे हैं। उपद्रवियों ने 10 से अधिक वाहनों और लॉरियों में तोड़फोड़ की। हमले में 4 लोग घायल हो गए।
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