सार

भारत में खनन माफिया लंबे समय से खूब फल-फूल रहे हैं। इनकी वजह से अब तक कई बड़े अफसरों को अपनी जान तक गंवानी पड़ी है।  हाल ही में एक ऐसे ही खनन माफिया को पकड़ने उत्तराखंड पहुंची यूपी पुलिस के एनकाउंटर में एक बीजेपी लीडर की पत्नी की गोली लगने से मौत हो गई। आखिर क्या है पूरा मामला, आइए जानते हैं। 

नई दिल्ली/देहरादून। भारत में खनन माफिया लंबे समय से खूब फल-फूल रहे हैं। इनकी वजह से अब तक कई बड़े अफसरों को अपनी जान तक गंवानी पड़ी है।  हाल ही में एक ऐसे ही खनन माफिया को पकड़ने उत्तराखंड पहुंची यूपी पुलिस के एनकाउंटर में एक बीजेपी लीडर की पत्नी की गोली लगने से मौत हो गई। जिस वक्त फायरिंग हुई महिला ड्यूटी से लौट रही थी। मृतका के पति गुरताज भुल्लर ने मुरादाबाद के 6 पुलिसवालों के खिलाफ उत्तराखंड के ऊधमनगर में हत्या का केस दर्ज करवाया है। आखिर कैसे एक खनन माफिया की वजह से बीजेपी नेता की पत्नी चढ़ गई मौत की भेंट, क्या-क्या हुआ? जानते हैं पूरा मामला। 

शाम 5 बजे यूपी पुलिस ने शुरू किया एनकाउंटर : 
यूपी पुलिस को बुधवार दोपहर खबर लगी कि खनन माफिया जफर मुरादाबाद के ठाकुरद्वारा इलाके में है। इस पर पुलिस ने जब पांच बचे उसके ठिकाने पर दबिश दी तो जफर ने दूसरी ओर से फायरिंग शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई में यूपी पुलिस के जवानों ने भी गोलियां चलाईं। खुद को घिरता देख जफर यहां से यूपी बॉर्डर पार कर उत्तराखंड के ऊधम सिंह नगर जिले के गांव भरतपुर पहुंच गया। 

उत्तराखंड भागे जफर का पीछा करते हुए यूपी पुलिस भी पहुंची : 
जफर का पीछा करते हुए यूपी पुलिस की टीम भी उत्तराखंड के भरतपुर पहुंच गई। इसके बाद खनन माफिया जफर भरतपुर में बीजेपी लीडर गुरताज सिंह भुल्लर के फार्म हाउस पर जाकर छुप गया। UP पुलिस के जवान सादे कपड़ों में थे। शुरुआत में भुल्लर की फैमिली ने पुलिसवालों को बदमाश समझा।

पुलिस ने जफर से सरेंडर करने के लिए कहा लेकिन.. 
इसके बाद मुरादाबाद पुलिस ने अपना परिचय दिया और फार्म हाउस में घुसे 50 हजार के इनामी खनन माफिया जफर को सरेंडर करने के लिए कहा। इस पर बीजेपी नेता गुरताज सिंह भुल्लर का परिवार उत्तराखंड की लोकल पुलिस को बुलाने की मांग करने लगा। ये सब चल ही रहा था कि वहां कुछ लोकल लोग पहुंच गए और इसका विरोध करने लगे। 

ड्यूटी से लौट रही गुरजीत को लग गई गोली : 
बहसबाजी के दौरान ही पुलिस को खनन माफिया जफर दिखा। इसी दौरान फायरिंग शुरू हो गई। फायरिंग के बीच ही गुरताज भुल्लर की पत्नी गुरुजीत कौर अपनी ड्यूटी खत्म करके लौट रही थीं तो उन्हें गोली लग गई। इसके बाद परिजन उन्हें फौरन अस्पताल लेकर भागे, लेकिन गुरजीत कौर को मृत घोषित कर दिया गया। बता दें कि गुरजीत सहकारी समिति में क्लर्क थीं।

गुरजीत के परिजनों ने यूपी पुलिस के जवानों पर दर्ज कराया केस : 
गुरजीत के परिजनों का आरोप है कि उनकी मौत मुरादाबाद पुलिस की गोली लगने की वजह से हुई है। इस घटना के बाद उत्तराखंड के कुंडा थाने में मुरादाबाद पुलिस के 6 लोगों के खिलाफ नामजद रिपोर्ट दर्ज कराई गई है। 

गांववाले के हंगामे के बीच भाग गया जफर : 
दूसरी ओर, इस पूरे घटनाक्रम के दौरान माफिया जफर और उसके साथियों ने 12 पुलिसवालों को करीब घंटेभर बंधक बनाए रखा। उनके हथियार लूटे और गाड़ियों को भी आग के हवाले कर दिया। इस घटना में यूपी पुलिस के 5 जवान घायल भी हुए हैं। गुरजीत कौर की मौत के बाद गांववाले नाराज हो गए और हंगामा शुरू कर दिया। इसी का फायदा उठाकर माफिया जफर वहां से फरार हो गया।

आखिर क्यों जफर को तलाश रही यूपी पुलिस?
खनन माफिया जफर 13 सितंबर को एसडीएम की टीम को बंधक बनाकर डंपर छीन ले जाने के मामले में वॉन्टेड है। बुधवार को पुलिस टीम को जैसे ही जफर के बारे में जानकारी पता चली कि उसे पकड़ने के लिए टीम के 10 जवान रवाना हो गए। हालांकि, जफर को इस बात का पता चल गया और वो वहां से भाग कर उत्तराखंड में भुल्लर के फॉर्महाउस पर छुपा था। 

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