सार

बेरोजगारी का मामला तूल पकड़ता देख भाजपा के पीलीभीत सांसद वरुण गांधी (Varun Gandhi) भी छात्रों के समर्थन में आए और बेरोजगारी के मुद्दे पर अपनी ही सरकार को घेरा। वरुण इससे पहले किसान आंदोलन के दौरान अपनी ही सरकार पर सवाल उठाते हुए उसे आइना दिखा चुके हैं।

नई दिल्‍ली। बिहार में रेलवे भर्ती परीक्षा का रिजल्ट आने के बाद से देशभर में छाया बेरोजगारी का मुद्दा तूल पकड़ता जा रहा है। आरआबी-एनटीपीसी (NTPC-RRB) परीक्षा प्रक्रिया में अनियमितताओं के विरोध में छात्र संगठनों ने 28 जनवरी को बिहार बंद रखा। मामला तूल पकड़ता देख भाजपा के पीलीभीत सांसद वरुण गांधी (Varun Gandhi) भी छात्रों के समर्थन में आए और बेरोजगारी के मुद्दे पर अपनी ही सरकार को घेरा। वरुण इससे पहले किसान आंदोलन के दौरान अपनी ही सरकार पर सवाल उठाते हुए उसे आइना दिखा चुके हैं। उधर, शाम को कांग्रेस ने बेरोजगारी के मुद्दे को उठाते हुए यूपी में भर्ती क्रांति की घोषणा कर दी। उसने विभागों में कितने पद भरे जाएंगे, इसकी संख्या भी दे डाली। 

लोगों ने कहा- क्या बेरोजगार हैं तो क्या सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाएंगे
वरुण गांधी ने ट्वीट कर कहा- देश में आज बेरोजगारी सबसे बड़ी समस्या बनकर उभर रही है। स्थिति विकराल होती जा रही है। इससे मुंह मोड़ना कपास से आग ढकने जैसा है। वरुण ने अपने ट्वीट के साथ छात्रों का एक वीडियो पोस्ट किया है। उनके ट्वीट पर लोगों ने अलग-अलग तरह की प्रतिक्रिया दी हैं। कुछ लोगों ने छात्रों का विरोध करते हुए कहा है कि बेरोजगार हैं तो क्या सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाएंगे। कुछ लोगों ने कहा- यह ग्रेजुएट हैं। प्राइवेट नौकरी के लिए क्यों कोशिश नहीं करते। क्या सबको सरकारी नौकरी दी जा सकती है। 

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यदि सभी सरकारी नौकरी के पीछे भागते तो 90% बेरोजगार होते
कुछ लोगों ने वरुण गांधी पर सवाल उठाते हुए कहा- आपने चुनाव के वक्त रोजगार देने की बात कही थी, अब नहीं मिले। तो आपके साथ क्या करना चाहिए। लोगों का कहना है कि कल इन्हें मोदीजी की कैबिनेट में मंत्री बना दिया जाए तो इनके सुर बदल जाएंगे। लोग सलाह दे रहे हैं कि युवाओं को सरकारी नौकरी के पीछे न भागने को कहें और प्राइवेट नौकरी कर जीवन में आगे बढ़ने की कोशिश करें। लोगों ने कहा- यह छात्र यहां पर पॉलिटिक्स करने आए हैं। इनकी पूरी बात सुन के तो मुझे यही लगा... अगर ग्रेजुएशन करने के बाद हर आदमी सरकारी जॉब के पीछे भागता तो हमारे देश मैं 90% बेरोजगार ही होते

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चुनावों के वक्त बेरोजगारी का मुद्दा पकड़ रहा तूल
बेरोजगारी का मुद्दा ऐसे समय सामने आया है जब उत्तर प्रदेश समेत पांच राज्यों में चुनाव हो रहे हैं। इस मुद्दे को विपक्षी पार्टियां भुनाने की कोशिश करेंगी। महामारी के चलते स्थिति पहले से ही बिगड़ी है। इसका असर जॉब मार्केट पर भी पड़ा है। बड़ी संख्‍या में लोगों की नौकरी गई। नौकरी के नए मौके भी लगातार घटे।