सार

उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले में 19 साल की लड़की के साथ हुए कथित गैंगरेप को लेकर परिवार के लोगों में आक्रोश है। मृतका की मां का कहना है कि हमें हमारी बच्ची की चेहरा नहीं दिखाया गया। डीएम और एसपी साहब आए थे। कह रहे थे कि बेटी की हड्डी नहीं टूटी। उसे चोट नहीं लगी। सब झूठ बोल रहे हैं। मां ने कहा कि अब दलित की बेटी है तो फिर इस तरह मामले को दबा रहे हैं। 

नई दिल्ली/लखनऊ. उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले में 19 साल की लड़की के साथ हुए कथित गैंगरेप को लेकर परिवार के लोगों में आक्रोश है। मृतका की मां का कहना है कि हमें हमारी बच्ची की चेहरा नहीं दिखाया गया। डीएम और एसपी साहब आए थे। कह रहे थे कि बेटी की हड्डी नहीं टूटी। उसे चोट नहीं लगी। सब झूठ बोल रहे हैं। मां ने कहा कि अब दलित की बेटी है तो फिर इस तरह मामले को दबा रहे हैं। 

एडीजी ने कहा, देर होने से शव खराब भी हो रहा था
एडीजी प्रशांत कुमार ने कहा, कल सुबह पीड़िता की मृत्यु हो गई थी और देर रात पोस्टमार्टम के बाद जब शव पहुंचा तो परिवार वालों की सहमति से और उनकी उपस्थिति में अंतिम संस्कार कराया गया था। कुछ महिलाओं द्वारा आरोप लगाए गए हैं, परन्तु सत्य यही है कि उनकी उपस्थित से और सहमति से (अंतिम संस्कार) कराया गया था। शांति व्यवस्था के लिए वहां पुलिस उपस्थित थी। डेड बॉडी भी खराब हो रही थी, इसलिए घर के लोगों ने सहमति जताई थी कि रात को ही कर देना उचित होगा।

अंतिम संस्कार की तस्वीर

पीएम मोदी ने सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए
हाथरस में दलित लड़की के साथ कथित सामूहिक दुष्कर्म और मौत के मामले में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से बात की और दोषियों के खिलाफ कठोरतम कार्रवाई के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री कार्यालय ने यह जानकारी दी

योगी ने 3 सदस्यों की एसआईटी गठित की
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस मामले में तीन सदस्यीय विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया। एसआईटी को सात दिन में रिपोर्ट पेश करने के आदेश दिए गए हैं। साथ ही मामले की सुनवाई फास्ट ट्रैक कोर्ट में किए जाने के निर्देश दिए।

हाथरस मामले में प्रधानमंत्री ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से बात की है। ट्वीट में कहा ' आदरणीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने हाथरस की घटना पर बात की है और कहा है कि दोषियों के विरुद्ध कठोरतम कार्रवाई की जाए । इससे पहले कथित सामूहिक बलात्कार और पीड़िता की मौत के मामले में मुख्यमंत्री योगी ने उत्तर प्रदेश शासन के गृह सचिव भगवान स्वरूप की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय विशेष जांच दल के गठन के आदेश दिए। एसआईटी अपनी रिपोर्ट सात दिन में पेश करेगी ।

फास्ट ट्रैक कोर्ट में केस चलाने के निर्देश
मुख्यमंत्री ने इस मामले में आरोपियों के खिलाफ फास्ट ट्रैक कोर्ट में मुकदमा चलाने के निर्देश दिये हैं ।

मुख्यमंत्री कार्यालय ने ट्वीट कर कहा, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा हाथरस की घटना की जांच हेतु तीन सदस्यीय एसआईटी गठित की गई है, जिसके अध्यक्ष सचिव गृह भगवान स्वरूप और चंद्रप्रकाश, पुलिस उप महानिरीक्षक व पूनम, सेनानायक पीएसी आगरा सदस्य होंगे । एसआईटी अपनी रिपोर्ट सात दिन में पेश करेगी । मुख्यमंत्री कार्यालय द्वारा किये गये दूसरे ट्वीट में कहा गया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हाथरस की घटना के लिये दोषी व्यक्तियों के खिलाफ फास्ट ट्रैक कोर्ट में मुकदमा चलाने और प्रभावी पैरवी करने के स्पष्ट निर्देश दिये है।

रात 2 बजे मृतक लड़की का अंतिम संस्कार
हाथरस के पुलिस अधीक्षक विक्रांत सिह ने बताया कि लड़की का अंतिम संस्कार बीती रात दो बजे परिजनों की सहमति से पुलिस बल की मौजूदगी में किया गया ।

हालांकि लड़की के परिजनों का आरोप है कि अंतिम संस्कार के लिये उनकी सहमति नही ली गयी । लड़की के भाई ने कहा कि पुलिस जबदरदस्ती शव को ले गयी। इस बीच, रात में लड़की के अंतिम संस्कार किये जाने पर विपक्षी नेताओं ने सवाल उठाया है । नेताओं का कहना है कि पुलिस का ऐसा करना संदेह के घेरे में है ।

14 सितंबर को 19 साल की लड़की के साथ कथित गैंगरेप
गौरतलब है कि गत 14 सितंबर को प्रदेश के हाथरस जिले के चंदपा थाना क्षेत्र स्थित एक गांव में 19 साल की एक दलित लड़की के साथ कथित तौर पर सामूहिक दुष्कर्म की वारदात हुई थी। पुलिस ने इस मामले में चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है।

पुलिस अधीक्षक विक्रांतवीर के मुताबिक लड़की ने अपने साथ बलात्कार की वारदात के बारे में पुलिस को पहले कुछ नहीं बताया था मगर बाद में मजिस्ट्रेट को दिए गए बयान में उसने आरोप लगाया कि संदीप, रामू, लव कुश और रवि नामक युवकों ने उसे अपनी हवस का शिकार बनाया था। विरोध करने पर जान से मारने की कोशिश करते हुए उसका गला दबाया था। चारों आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है।