सार

निर्भया केस में आज का दिन काफी अहम है। आज केस से जुड़े 3 मामलों में सुनवाई होनी है। पहले मामला दोषियों को अलग-अलग फांसी देने का है, जिसपर सुप्रीम कोर्ट ने सुनवाई कल तक के लिए टाल दी है।

नई दिल्ली. निर्भया केस में आज तीन मामलों में सुनवाई होनी है। दो मामलों की सुनवाई सुप्रीम कोर्ट में और एक मामले की सुनवाई दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट में होनी है। पहले मामले में सुप्रीम कोर्ट ने सुनवाई कल तक के लिए टाल दी है। दरअसल केंद्र सरकार कने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दी थी कि चारों दोषियों को अलग-अलग फांसी दी जाए। बाकी दो मामलों में सुनवाई होनी है।

कौन-कौन से तीन मामले हैं? 

1- निर्भया केस में आज तीन मामलों में सुनवाई होनी है। पहला मामला, दोषियों को अलग-अलग फांसी देने का है। केंद्र सरकार की याचिका पर सुप्रीम कोर्ट ने सुनवाई को कल तक के लिए टाल दिया है।
2- दूसरा मामला, दया याचिका को चुनौती देने का है। दोषी विनय ने दया याचिका खारिज किए जाने को लेकर सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी है।  
3- तीसरा मामला डेथ वॉरंट का है। दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट में निर्भया की मां ने दोषियों के लिए नया डेथ वॉरंट जारी करने की मांग की है। इस मामले में 3 बजे सुनवाई होगी।

सुनवाई से पहले निर्भया की मां ने क्या कहा?

सुनवाई से पहले निर्भया की मां ने कहा, हम तो हर सुबह एक नई उम्मीद लेकर जाते है लेकिन एक निराशा के साथ घर लौटते हैं। सुप्रीम कोर्ट में आज सुनवाई है तो मैं उम्मीद करती हूं कि हमारे हक में आज एक अच्छा फैसला आएगा।

विनय की दया याचिका को ठुकरा चुके हैं राष्ट्रपति

राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, दोषी विनय की दया याचिका को ठुकरा चुके हैं। इसी के खिलाफ विनय सुप्रीम कोर्ट पहुंचा है। याचिका में राष्ट्रपति के फैसले की समीक्षा की गुजारिश की गई है। विनय ने तर्क दिया है कि उसके मामले में राजनीति की गई है, जिसकी वजह से उसे राहत नहीं मिली। 

पक्षपात और पूर्वाग्रह का आरोप लगाया

विनय ने अपनी याचिका में आरोप लगाया है कि उसकी दया याचिका को पक्षपात और पूर्वाग्रह की वजह से खारिज की गई। उनसे याचिका में दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल के अलावा केंद्रीय मंत्री प्रकाश प्रकाश जावड़ेकर के बयानों का हवाला  दिया। उसने कहा कि राजनीतिक बयानों के चलते उसके अधिकारों का हनन हुआ है।

पटियाला हाउस कोर्ट में रो पड़ी थी मां 

बुधवार को दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट में डेथ वॉरंट जारी करने की याचिका पर सुनवाई हुई। इस दौरान निर्भया की मां कोर्ट में ही रो पड़ीं। उन्होंने हाथ जोड़कर कहा, जज साहब मैं भी इंसान हूं। 7 साल से इंसाफ के लिए भटक रही हूं। मेरे अधिकारों का क्या होगा।