सार

दिवाली पर पश्चिम बंगाल, ओडिसा सहित निकटवर्ती राज्यों में एक नये चक्रवाती तूफान की आशंका के चलत हाईअलर्ट जारी किया गया है। IMD ने कहा कि बंगाल की खाड़ी में संभावित चक्रवात(cyclone) के 25 अक्टूबर तक पश्चिम बंगाल-बांग्लादेश के तटों तक पहुंचने की संभावना है, जो ओडिशा को पार कर जाएगा।

मौसम विभाग. दिवाली पर पश्चिम बंगाल,ओडिसा सहित निकटवर्ती राज्यों में एक नये चक्रवाती तूफान की आशंका के चलत हाईअलर्ट जारी किया गया है। भारतीय मौसम विभाग(IMD) ने कहा कि बंगाल की खाड़ी(Bay of Bengal ) में संभावित चक्रवात(cyclone) के 25 अक्टूबर तक पश्चिम बंगाल-बांग्लादेश के तटों तक पहुंचने की संभावना है, जो ओडिशा को पार कर जाएगा। IMD ने एक बयान में कहा कि गुरुवार(20 अक्टूबर ) को बंगाल की खाड़ी में एक कम दबाव का क्षेत्र(low pressure area) बना है और इसके 24 अक्टूबर को चक्रवाती तूफान(cyclonic storm) में बदलने की संभावना है। तूफान को थाईलैंड ने 'सितरंग(Sitrang)' नाम देने का सुझाव दिया है। इसे सितरंग भी कहा जा रहा है। इस बीच दिल्ली में हवा की क्वालिटी खराब स्थिति में पहुंच गई है। सिस्टम ऑफ एयर क्वालिटी एंड वेदर फोरकास्टिंग एंड रिसर्च (SAFAR-India) के अनुसार, दिल्ली की वायु गुणवत्ता(air quality) शनिवार(22 अक्टूबर) को ओवरऑल 262 AQI दर्ज की गई।

इन राज्यों में भारी से सामान्य बारिश की संभावना
मौसम विभाग ने कहा है कि पश्चिमी हिमालय में अगले 24 घंटों तक हल्की से मध्यम बारिश और बर्फबारी जारी रह सकती है। इसके बाद मौसम साफ हो जाएगा। अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में मध्यम बारिश के साथ कुछ स्थानों पर भारी बारिश होने की संभावना है। तमिलनाडु और दक्षिण मध्य महाराष्ट्र में हल्की से मध्यम बारिश के साथ एक या दो स्थानों पर भारी बारिश हो सकती है। रायलसीमा, आंध्र प्रदेश के दक्षिणी तट, उत्तरी आंतरिक कर्नाटक, केरल, तटीय कर्नाटक और लक्षद्वीप में हल्की से मध्यम बारिश संभव है। कोंकण और गोवा में हल्की बारिश संभव है।

मानसून की विदाई के संकेत
स्काईमेट वेदर(skymet weather) के अनुसार, 20 अक्टूबर को दक्षिण पश्चिम मानसून विदर्भ, छत्तीसगढ़, ओडिशा के कई हिस्सों, झारखंड, पश्चिम बंगाल, असम, त्रिपुरा, पूरे मणिपुर, मिजोरम, नागालैंड, अरुणाचल प्रदेश और उत्तरी बंगाल की खाड़ी के कई हिस्सों से वापस आ गया था। हालांकि अब यह विदा हो चुका है। इस बीच जम्मू कश्मीर में हल्की से मध्यम बारिश और कहीं-कहीं भारी बारिश के साथ मध्यम से भारी हिमपात हुआ। हिमाचल प्रदेश में हल्की से मध्यम बारिश और हिमपात हुआ और उत्तराखंड में हल्की बारिश और हिमपात हुआ। दक्षिण तमिलनाडु और मध्य महाराष्ट्र में हल्की से मध्यम बारिश के साथ एक या दो स्थानों पर भारी बारिश हुई। तमिलनाडु, केरल लक्षद्वीप अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, आंतरिक तमिलनाडु, मराठवाड़ा और दक्षिण मध्य महाराष्ट्र में हल्की से मध्यम बारिश हुई।

पश्चिम बंगाल चक्रवात का सामना करने तैयार, ओडिशा अलर्ट पर
मौसम विभाग ने कहा है कि अंडमान सागर के ऊपर कम दबाव का सिस्टम तेज होकर एक चक्रवाती तूफान में तब्दील हो सकता है।यह  25 अक्टूबर को पश्चिम बंगाल-बांग्लादेश के तटों तक पहुंच सकता है, जिससे 110 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं।  कोलकाता में क्षेत्रीय मौसम केंद्र के डिप्टी डायरेक्टर जनरल संजीब बंदोपाध्याय ने कहा कि इस सिस्टम से गंगीय पश्चिम बंगाल में हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है। साथ ही दक्षिण 24 परगना, उत्तर 24 परगना और पुरबा मेदिनपुर के तटीय जिलों में भारी बारिश हो सकती है। 

उन्होंने कहा कि 24 और 25 अक्टूबर को कोलकाता में हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है। 24 अक्टूबर को दक्षिण 24 परगना, उत्तर 24 परगना और पुरबा मेदिनीपुर के तटीय जिलों में 45 से 55 किमी से 65 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चलेगी, जबकि 25 अक्टूबर को हवा की गति 90 से 100 किमी प्रति घंटे से 110 किमी प्रति घंटे तक पहुंच जाएगी। 
कोलकाता और उससे सटे हावड़ा और हुगली जिलों में 30 से 40 किमी प्रति घंटे से 50 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलेंगी। बंदोपाध्याय ने कहा, "यह एक सुपर साइक्लोन नहीं होगा और IMD द्वारा सिस्टम की आगे की आवाजाही को उचित समय पर अपडेट किया जाएगा।" अधिकारियों ने कहा कि सुपर साइक्लोन अम्फान, जिसने मई 2020 में पश्चिम बंगाल के तटीय जिलों में तबाही मचाई थी, की हवा की गति 185 किमी प्रति घंटे थी, जब यह सुंदरबन के पास पहुंचा।

कैबिनेट सचिव राजीव गौबा की अध्यक्षता में राष्ट्रीय संकट प्रबंधन समिति ने संभावित चक्रवाती तूफान के लिए केंद्र और राज्य सरकारों की तैयारियों की समीक्षा की। एक बयान में कहा गया है कि भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के महानिदेशक ने एनसीएमसी को बंगाल की खाड़ी में मौसम प्रणाली की वर्तमान स्थिति के बारे में जानकारी दी। आंध्र प्रदेश, ओडिशा, पश्चिम बंगाल और अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के मुख्य सचिवों ने समिति को चक्रवाती तूफान के संभावित रास्ते में आबादी की सुरक्षा के लिए किए जा रहे प्रारंभिक उपायों से अवगत कराया। तैयारियों की समीक्षा करते हुए गौबा ने जोर देकर कहा कि अधिकारियों द्वारा निवारक और एहतियाती उपाय किए जाने चाहिए।

कोलकाता में पश्चिम बंगाल के मुख्य सचिव एचके द्विवेदी ने मौजूदा स्थिति पर राज्य के शीर्ष अधिकारियों के साथ एक उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता की। उन्होंने दक्षिण 24 परगना, उत्तर 24 परगना, पूर्व मेदिनीपुर, पश्चिम मेदिनीपुर और हुगली जिलों को पूर्वानुमान के मद्देनजर आवश्यक सावधानी बरतने का निर्देश दिया। एक अधिकारी ने कहा कि इन जिलों के साथ-साथ कोलकाता नगर निगम (केएमसी) और कोलकाता पुलिस के सभी वरिष्ठ अधिकारियों की छुट्टियां रद्द कर दी गईं।  उन्होंने कहा कि दक्षिण बंगाल के इन जिलों में नियंत्रण कक्ष खोले जाएंगे और निचले इलाकों में रहने वालों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जाएगा।

स्टेट डिजास्टर मैने स्टेट डिजास्टर रिस्पांस फोर्स (SDRF) की 20 टीमें और NDRF की 15 टीमें स्टैंडबाय पर होंगी। कोलकाता के मेयर फिरहाद हाकिम ने कहा कि उनकी टीम किसी भी स्थिति का सामना करने के लिए तैयार है। ओडिशा की राजस्व और आपदा प्रबंधन मंत्री प्रमिला मलिक ने कहा कि सभी जिलों और तटीय क्षेत्र के अधिकारियों को उभरती स्थिति से निपटने के लिए तैयार रहने का निर्देश दिया गया है। सिस्टम के सोमवार को राज्य के तट के समानांतर पार करने पर भारी वर्षा होने की संभावना है।

ओडिशा के स्पेशल रिलीफ कमिश्नर (SRC) पीके जेना ने लोगों से अपील की है वे घबराए नहीं। चक्रवात राज्य के तट से भद्रक जिले के धामरा बंदरगाह पर 200 किमी दूर होने की संभावना है, जब यह पश्चिम बंगाल-बांग्लादेश तटों की ओर जाएगा। उन्होंने कहा, "ओडिशा सरकार पूर्वानुमान के मद्देनजर एनडीआरएफ, भारतीय नौसेना और तटरक्षक बल के संपर्क में है। ओडिशा तट पर अधिकतम 50 से 60 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं।"

जानिए मौसम विभाग ने क्या कहा?
भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने अपने पूर्वानुमान में कहा है कि अंडमान सागर के ऊपर कम दबाव का क्षेत्र पश्चिम-उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ सकता है और इसके बाद 23 अक्टूबर को एक डिप्रेशन और डीप डिप्रेशन में बदल सकता है। मौसम विभाग ने कहा कि सिस्टम के बाद में उत्तर की ओर बढ़ने की संभावना है और 24 अक्टूबर तक पश्चिम-मध्य और उससे सटे पूर्व-मध्य बंगाल की खाड़ी के ऊपर एक चक्रवाती तूफान में बदल सकता है। मौसम विभाग ने अपने पूर्वानुमान में कहा, "इसके बाद 25 अक्टूबर को इसके उत्तर-उत्तर-पूर्व की ओर बढ़ने और पश्चिम बंगाल-बांग्लादेश तटों के पास पहुंचने की संभावना है।" दक्षिण असम, पूर्वी मेघालय, नागालैंड, मिजोरम, मणिपुर और त्रिपुरा सहित पूर्वोत्तर में 24, 25 और 26 अक्टूबर को सिस्टम के प्रभाव में बारिश होगी। मछुआरों को 23 अक्टूबर से अगली सूचना तक समुद्र में न जाने की सलाह दी गई है। जैसा कि थाईलैंड ने सुझाव दिया है, चक्रवाती तूफान को 'सितरंग(Sitrang)' नाम दिया गया है। इसे सितांग भी कहा जा रहा है।

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