सार
पहाड़ों पर हो रही बर्फबारी का असर उत्तर भारत के मैदानी राज्यों में दिखने लगा है। पंजाब-हरियाणा, दिल्ली, बिहार, यूपी, झारखंड आदि में सर्दी बढ़ने लगी है। मप्र, छग और राजस्थान में भी तापमान गिर रहा है। भारत मौसम विभाग(IMD) के अनुसार, अगले 2-3 दिनों में सर्दी जोर पकड़ेगी।
मौसम डेस्क. पहाड़ों पर हो रही बर्फबारी का असर उत्तर भारत के मैदानी राज्यों में दिखने लगा है। पंजाब-हरियाणा, दिल्ली, बिहार, यूपी, झारखंड आदि में सर्दी बढ़ने लगी है। मप्र, छग और राजस्थान में भी तापमान गिर रहा है। भारत मौसम विभाग(IMD) के अनुसार, अगले 2-3 दिनों में सर्दी जोर पकड़ेगी। इस बीच चक्रवाती तूफान मैंडूस या मंडौस(Cyclonic storm Mandous) का भी अभी असर दिख रहा है। जानिए कैसा रहेगा मौसम का हाल...
आजकल में इन राज्यों में बारिश के आसार
मौसम विभाग और स्काईमेट वेदर के अनुसार, 13 दिसंबर के आसपास दक्षिण अंडमान सागर के ऊपर एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बनने की संभावना है। आजकल में आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु और केरल के दक्षिणी तट पर एक या दो भारी बारिश के साथ हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। लक्षद्वीप और कर्नाटक में हल्की से मध्यम बारिश संभव है। तेलंगाना और दक्षिण छत्तीसगढ़ में हल्की बारिश हो सकती है। विदर्भ, मराठवाड़ा, दक्षिण कोंकण और गोवा, दक्षिण मध्य महाराष्ट्र और ओडिशा के कुछ हिस्सों में हल्की बारिश संभव है। (पहली तस्वीर साइक्लोन मैंडूस के गुजरने के बाद चेन्नई की है)
(यह तस्वीर बेंगलुरु की है, जहां बीते दिन बारिश हुई)
पिछले दिन इन राज्यों में हुई बारिश
स्काईमेट वेदर(skymet weather) के अनुसार बीते दिन तटीय आंध्र प्रदेश, दक्षिण आंतरिक कर्नाटक और केरल में हल्की से मध्यम बारिश के साथ कुछ भारी बारिश हुई। रायलसीमा और बाकी कर्नाटक में हल्की से मध्यम बारिश हुई। तटीय कर्नाटक, तेलंगाना, ओडिशा और छत्तीसगढ़ के कुछ हिस्सों में हल्की बारिश हुई। जम्मू कश्मीर के कुछ हिस्सों में हल्की बारिश और हिमपात हुआ। दिल्ली और एनसीआर का एयर क्वालिटी इंडेक्स बेहद खराब कैटेगरी में रहा, जबकि मुंबई खराब कैटेगरी में रहा। सिस्टम ऑफ एयर क्वालिटी एंड वेदर फोरकास्टिंग एंड रिसर्च (SAFAR) के अनुसार राष्ट्रीय राजधानी में AQI 301 (बहुत खराब) श्रेणी में है।
चक्रवात मैंडूस का परिणाम: आंध्र प्रदेश में 5000 हेक्टेयर से अधिक फसल क्षतिग्रस्त
आंध्र प्रदेश में बारिश से संबंधित घटनाओं में एक व्यक्ति की मौत हो गई। वहीं, राज्य के कुछ दक्षिणी जिलों में चक्रवात 'मैंडूस' के प्रभाव से भारी वर्षा के बाद राहत शिविरों में 1,000 से अधिक लोग शरण लिए हुए हैं। एसपीएसआर नेल्लोर और तिरुपति जिले छोटी नदियों- कंडालेरू, मनेरू और स्वर्णमुखी में अचानक बाढ़ की संभावना के कारण अलर्ट पर थे। इस बीच आजकल में राज्य के अलग-अलग स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है। वाईएसआर कडप्पा जिले के दार्जीपल्ली गांव की रहने वाली के पद्मावती की शनिवार को दीवार गिरने से मौत हो गई।
(साइक्लोन मैंडूस के गुजरने के बाद चेन्नई का हाल)
बारिश के कारण कुल 4,647.4 हेक्टेयर कृषि और 532.68 हेक्टेयर बागवानी फसलों को नुकसान पहुंचा, जबकि 170 घर नष्ट हो गए। चार जिलों में एसडीआरएफ के 140 और एनडीआरएफ के 95 कर्मियों को तैनात किया गया है।
(चेन्नई में साइक्लोन मैंडूस का असर)
8-10 दिसंबर के दौरान भारी बारिश के कारण प्रभावित होने वाले छह जिलों में फैले एक करोड़ से अधिक ग्राहकों को कॉमन अलर्ट प्रोटोकॉल (CAP) के माध्यम से चक्रवात अलर्ट संदेश भेजे गए थे।
(चेन्नई: यह तस्वीर 10 दिसंबर की है, जब तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने कासिमेडु फिशिंग हार्बर में चक्रवात प्रभावित लोगों को आवश्यक वस्तुएं सौंपीं)
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