सार
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने राज्य में हो रहे विकास को अभूतपूर्व बताया। साथ ही उन्होंने कहा कि यह एक संवैधानिक संकट पैदा करने के लिए नियोजित प्रयास था। स्थितियां अभूतपूर्व ढंग से बनाई गई थी। हमने एक घंटे से अधिक समय तक इंतजार किया और हमारे विधायकों ने एक शब्द भी नहीं कहा।
कोलकाता। पश्चिम बंगाल विधानसभा (West Bengal Assembly) में बजट सत्र (Budget session) के पहले ही दिन स्थितियां बेहद अनियंत्रित रहीं। बीजेपी ने लोकल बॉडीज इलेक्शन (Local bodies election) के बाद कथित हिंसा का मुद्दा उठाते हुए वेल तक प्रदर्शन किया। हंगामा से नाराज राज्यपाल जगदीप धनखड़ (Governor Jagdeep Dhankar) अपना अभिभाषण पढ़े बिना जाने लगे तो टीएमसी विधायकों (TMC MLAs) ने रोक लिया। आसन के पास काफी संख्या में एकत्र टीएमसी विधायकों ने राज्यपाल को रोकते हुए अभिभाषण पढ़ने को कहा। फिर, राज्यपाल पहला और अंतिम लाइन पढ़कर औपचारिकता पूरी की और बजट सत्र प्रारंभ हुआ।
सदन शुरू होते बीजेपी ने किया हंगामा
दरअसल, बजट सत्र शुरू होते ही बीजेपी हंगामा करने लगी। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) ने राज्यपाल से अपना भाषण देने के लिए कहा, लेकिन विरोध के बीच राज्यपाल अपना भाषण नहीं पढ़ सके और जाने लगे। इसे देखकर तृणमूल कांग्रेस के विधायक उनकी सीट के पास जमा हो गए और उन्हें बिना अभिभाषण दिए बाहर निकलने से रोक दिया। अंत में उन्होंने पहली और आखिरी पंक्तियों को पढ़ा।
ममता बनर्जी बोली सुनियोजित साजिश नाकाम
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने राज्य में हो रहे विकास को अभूतपूर्व बताया। साथ ही उन्होंने कहा कि यह एक संवैधानिक संकट पैदा करने के लिए नियोजित प्रयास था। स्थितियां अभूतपूर्व ढंग से बनाई गई थी। हमने एक घंटे से अधिक समय तक इंतजार किया और हमारे विधायकों ने एक शब्द भी नहीं कहा। अध्यक्ष ने कई बार अपील की और मैंने भी हाथ जोड़कर अपील की। यह सब कुछ खोने के बाद भाजपा का नाटक है। भाजपा ने आज सही काम नहीं किया। यह लोकतंत्र के लिए शर्म की बात है।
यह भी पढ़ें: मां की गर्भ में 35 सप्ताह तक पले शिशु को दुनिया में आने से पहले मार दिया जाएगा, कोलकाता अदालत का दुर्लभ फैसला
ममता बोली- हमारे विधायकों ने संवैधानिक संकट से बचाया
ममता बनर्जी ने कहा कि राज्यपाल बिना अभिभाषण पढ़े ही जा रहे थे। अगर वह इसे नहीं पढ़ते तो एक संवैधानिक संकट पैदा होता। संविधान की रक्षा के लिए, हम उनसे उनका भाषण पढ़ने का अनुरोध किया। बाद में हमारे विधायक भी संविधान की रक्षा करने में सहयोग देने के लिए शामिल हो गए।
बीजेपी बोली-टीएमसी ने राज्यपाल से की मारपीट
विपक्ष के नेता, भाजपा विधायक सुवेंदु अधिकारी ने आरोप लगाया कि तृणमूल विधायकों ने राज्यपाल के साथ हाथापाई की है। उन्होंने कहा कि संवैधानिक प्रमुख, राज्यपाल, को तृणमूल विधायकों, विशेषकर महिला विधायकों द्वारा शारीरिक रूप से पीटा गया और हमला किया गया। सदन के अंदर जो हुआ वह सभी ने देखा। हम राज्यपाल से मिलेंगे। हमारी मांग बहुत सरल है। तृणमूल विधायकों ने हमारे संवैधानिक प्रमुख पर हमला किया गया, राज्यपाल को कार्रवाई करनी चाहिए।
बाद में ममता बनर्जी ने की मुलाकात
हालांकि, सदन के बाद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने राज्यपाल से राजभवन में जाकर मुलाकात की है। वह करीब आधा घंटा राजभवन में बिताई। राजभवन व सीएम हाउस में काफी दिनों से तनातनी चल रही है। राज्यपाल लगातार सरकार के विरोध में बयान देते रहते हैं तो ममता बनर्जी ने बंगाल सरकार पर टिप्पणियों के लिए राज्यपाल को ट्विटर पर ब्लॉक कर दिया।
यह भी पढ़ें: