सार

पांच राज्यों में होने जा रहे विधानसभा चुनाव इस बार भाजपा और विपक्ष दोनों के जीवन-मरण का प्रश्न बन गए हैं। ये चुनाव भाजपा और विपक्षी दलों का भविष्य तय कर देंगे। इस बीच बंगाल में ममता की 10 साल पुरानी सल्तनत को उखाड़ फेंकने भाजपा युद्धस्तर पर रणनीतियां बना रही हैं। माना जा रहा है कि 7 मार्च को बंगाल में होने जा रही मोदी की सभा में सौरव गांगुली और मिथुन चक्रवर्ती भाजपा ज्वाइन कर सकते हैं।

कोलकाता, पश्चिम बंगाल. बंगाल की राजनीति में खास जगह रखने वाले ऐतिहासिक ब्रिगेड परेड ग्राउंड में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 7 मार्च को एक विशाल रैली को संबोधित करने वाले हैं। बंगाल में चुनाव की तारीखों की घोषणा के बाद मोदी की यह पहली चुनावी रैली है। माना जा रहा है कि इस रैली में भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कैप्टन सौरव गांगुली 'दादा' और फिल्म अभिनेता मिथुन चक्रवर्ती 'दादा' भाजपा का दामन थाम सकते हैं।

बंगाल में भाजपा के पास होंगे दो दादा
बंगाली में दादा का मतलब बड़ा भाई होता है। सौरव गांगुली और मिथुन चक्रवती दोनों ही बंगाल में खासे लोकप्रिय हैं। दोनों ने अपनी मातृभूमि का खूब नाम रोशन किया। यही वजह है कि जनमानस में दोनों की अच्छी पैठ है। भाजपा इनकी लोकप्रियता को भुनाना चाहती है। अगर बंगाल में सरकार बनी, तो माना जा रहा है कि सौरव सीएम पद के दावेदार भी हो सकते हैं। क्योंकि भाजपा पहले ही यह जाहिर कर चुकी है कि बंगाली ही बंगाल का सीएम होगा। इस बीच बंगाल के बेहद लोकप्रिय एक्टर प्रसेनजीत भी भाजपा में शामिल हो सकते हैं। वैसे बंगाल में सीएम पद की रेस में दिलीप घोष सबसे आगे हैं, लेकिन आगे कुछ भी संभव है।

गांगुली ने 1996 में अपने पहले ही टेस्ट मैच में शतक लगाकर बंगाल में अपनी लोकप्रियता जमा ली थी।। वे 2000 में भारतीय टीम के कप्तान बने। 2003 में भारतीय टीम को विश्वकप फाइनल तक ले गए। IPL में KKR की तरफ से खूब खेल। फिर अक्टूबर 2019 में वे BCCI के अध्यक्ष बन गए। गांगुली पहली बार नेताजी सुभाष बोस की 125वीं जयंती पर हुए कार्यक्रम में मोदी के साथ दिखे थे। इसकी अध्यक्षता खुद मोदी ने की थी। पिछले साल दिसंबर में राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने भी सौरव से मुलाकात की थी। कुछ समय पहले जब गांगुली तबीयत बिगड़ने पर अस्पताल में भर्ती हुए थे, तब गृहमंत्री अमित शाह और पीएम मोदी ने उन्हें फोन किया था।

 

पिछले दिनों संघ प्रमुख मोहन भागवत मुंबई में मिथुन चक्रवर्ती से मिले थे। तभी से माना जा रहा था कि मिथुन भाजपा में जाएंगे।


बता दें कि बंगाल की 294 सीटों के लिए 8 चरणों में वोटिंग होगी। पहले चरण में  294 में से 30 सीटों पर 27 मार्च को वोट डाले जाएंगे। दूसरे चरण में 30 सीटों पर एक अप्रैल को, तीसरे चरण में 31 सीटों पर 6 अप्रैल को, चौथे चरण में 44 सीटों पर 10 अप्रैल को, पांचवे चरण में 45 सीटों पर 17 अप्रैल को, छठे चरण में 43 सीटों पर 22 अप्रैल को, सातवें चरण में 36 सीटों पर 26 अप्रैल को और आठवें चरण में 35 सीटों पर 29 अप्रैल को वोटिंग होगी।