सार

गुजरात में पाटीदार आंदोलन के नेता रहे हार्दिक पटेल ने कांग्रेस का साथ छोड़ दिया है। हार्दिक पिछले कुछ महीनों से कांग्रेस से नाराज चल रहे थे और इस बात का इशारा उन्होंने अपने कई इंटरव्यू में भी दिया था। इतना ही नहीं, हार्दिक ने बीजेपी के कामों की तारीफ भी की थी। 

Hardik Patel Resign: गुजरात में कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष रहे हार्दिक पटेल ने कांग्रेस का साथ छोड़ दिया है। हार्दिक पटेल पिछले कुछ महीनों से कांग्रेस आलाकमान से नाराज थे और उनकी नाराजगी कई मौकों पर उजागर भी हुई थी। उन्होंने पिछले महीने भी एक इंटरव्यू में कांग्रेस पार्टी छोड़ने के साफ संकेत दिए थे। इतना ही नहीं, हार्दिक ने तब धारा 370 हटाने और राम मंदिर बनाए जाने को लेकर बीजेपी की तारीफ की थी। बता दें कि हार्दिक पटेल ने कांग्रेस को उस वक्त बड़ा झटका दिया है, जब गुजरात में विधानसभा चुनाव नजदीक हैं। 

कौन हैं हार्दिक पटेल : 
20 जुलाई, 1993 को गुजरात के वीरमगाम में पैदा हुए 29 साल के हार्दिक पाटीदार समुदाय द्वारा ओबीसी दर्जे की मांग को लेकर किए जाने वाले आंदोलन के नेता रहे हैं। हार्दिक पटेल (Hardik Patel) की शुरुआत पढ़ाई दिव्य ज्योति स्कूल, वीरमगम से हुई। इसके बाद वो अपने पिता के व्यापार में मदद करने लगे। हार्दिक अपने पिता के सबमर्सिबल पंप को अंडरग्राउंड वॉटर वेल में फिक्स करने के बिजनेस में उनका सहयोग करते थे। 

बहन को नहीं मिली छात्रवृत्ति तो हार्दिक ने बनाया संगठन : 
2010 में हार्दिक पटेल (Hardik Patel) ने सहजानन्द कॉलेज, अहमदाबाद से बीकॉम की पढ़ाई पूरी की। कॉलेज के दौरान ही हार्दिक ने छात्र संघ के महासचिव पद के लिए चुनाव लड़ा और निर्विरोध निर्वाचित हुए। जुलाई, 2015 में हार्दिक पटेल की बहन मोनिका को जब गुजरात सरकार की छात्रवृत्ति नहीं मिली और उसकी एक दोस्त को कम नंबर आने पर भी चुना गया तो इसके बाद हार्दिक पटेल ने इसके खिलाफ आवाज उठाने की तैयारी की। 

पाटीदार अनामत आंदोलन समिति बनाई : 
हार्दिक पटेल (Hardik Patel) ने इसके बाद पाटीदार अनामत आंदोलन समिति बनाई। गुजरात के पाटीदार समाज को आरक्षण दिलाने की मांग के लिए हार्दिक ने संघर्ष किया और कहा कि ये एक एनजीओ है, जिसका मकसद ओबीसी को आरक्षण दिलाना है। हार्दिक ने जुलाई, 2015 से रैली शुरू की। धीरे-धीरे सोशल मीडिया के माध्यम से उनके समर्थक बढ़ते गए। 

सितंबर, 2015 में बनाई पटेल नवनिर्माण सेना : 
हार्दिक पटेल (Hardik Patel) ने 9 सितंबर, 2015 को एक और संगठन पटेल नवनिर्माण सेना का गठन किया। इसका मकसद कुर्मी, पार्टीदार और गुर्जर समुदाय को ओबीसी में शामिल करना और उन्हें सरकारी नौकरियां दिलाना था। इसी साल 18 अक्टूबर को हार्दिक पटेल पर राष्ट्रीय झंडे के अपमान का आरोप भी लगा। इस मामले में उनके खिलाफ केस दर्ज हुआ। वो कुछ समय के लिए जेल भी गए। बता दें कि हार्दिक पटेल 2019 में कांग्रेस में शामिल हो गए। कांग्रेस ने उन्हें हाल ही में उदयपुर में हुए चिंतन शिविर में शामिल होने का न्योता दिया था, लेकिन वो नहीं गए थे। 

भाजपा में शामिल होने की अटकलें : 
कांग्रेस छोड़ने के बाद अब हार्दिक पटेल (Hardik Patel) को लेकर ऐसी अटकलें लगाई जा रही हैं कि वो जल्द भाजपा में शामिल हो सकते हैं। कुछ सूत्रों के मुताबिक वे जून में भाजपा में आ सकते हैं। बता दें कि 6 महीने बाद गुजरात में चुनाव होने हैं, ऐसे में हार्दिक अब किसी न किसी पार्टी का दामन जरूर थामेंगे। 

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