सार

वायनाड में प्रियंका गांधी के खिलाफ CPI ने सत्यन मोकेरी को उतारा है। मोकेरी तीन बार के विधायक और CPI राष्ट्रीय परिषद के सदस्य हैं। क्या लेफ्ट के साथ रहेगी वायनाड की जनता?

Who is Satyan Mokeri: वायनाड लोकसभा उपचुनाव का रण सजना शुरू हो चुका है। यहां से कांग्रेस की प्रियंका गांधी चुनावी राजनीति में डेब्यू करने जा रही हैं। सीपीआई ने प्रियंका गांधी के खिलाफ तीन बार के विधायक कामरेड सत्यन मोकेरी को अपना प्रत्याशी बनाया है। सत्यन मोकेरी वानयाड से एलडीएफ कैंडिडेट होंगे। सीपीआई के स्टेट सेक्रेटरी बिनॉय विश्वम ने उनकी प्रत्याशी का ऐलान किया है।

एलडीएफ नेता व सीपीआई के स्टेट सेक्रेटरी बिनॉय विश्वम ने कहा कि एलडीएफ चुनाव के लिए तैयार है और वायनाड में राजनीतिक लड़ाई होने वाली है। सत्यन मोकेरी के पास चुनाव लड़ने का काफी अनुभव हैं।

क्या कहा घोषित प्रत्याशी सत्यन मोकेरी ने?

एलडीएफ उम्मीदवार सत्यन मोकेरी ने कहा: मैं अपनी पार्टी द्वारा लिए गए निर्णय को स्वीकार करता हूं। यहां तक ​​कि इंदिरा गांधी और राहुल गांधी भी चुनाव हार चुके हैं इसलिए प्रियंका गांधी भी हार सकती हैं। एलडीएफ लोगों के साथ खड़ा है। यहां तक ​​कि वायनाड त्रासदी के दौरान भी जिस तरह का बचाव अभियान चलाया गया वह दुनिया के लिए प्रेरणादायक था।

कौन हैं सत्यन मोकेरी?

सीपीआई विधायक व एलडीएफ गठबंधन के वायनाड प्रत्याशी सत्यन मोकेरी, केरल राज्य के काफी चर्चित नेता हैं। वह तीन बार के विधायक हैं। सीपीआई के राष्ट्रीय परिषद के सदस्य सत्यन मोकेरी लेफ्ट के दिग्गज नेताओं में गिने जाते हैं। उनका लंबा राजनीतिक इतिहास है। सत्यन मोकेरी, नंदापुरम विधानसभा सीट से 1987 से 2001 तक विधायक रहे हैं। 2014 में वह सीपीआई प्रत्याशी के रूप में वायनाड लोकसभा क्षेत्र से चुनाव लड़े थे। उनके खिलाफ कांग्रेस के एमआई शानवास प्रत्याशी थे। शानवास ने मोकेरी को 20870 वोटों से हराया था। सत्यन मोकेरी की पत्नी वकील हैं। पहली बार सत्यन मोकेरी का मुकाबला गांधी परिवार के किसी सदस्य से होने जा रहा है। पूर्व विधायक सत्यन मोकेरी ने गुरुवायुरप्पन कॉलेज से बीए किया है।

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