सार
अब दुश्मनों को औकात में रहना होगा... यह बात वाइस चीफ एयर मार्शल राकेश कुमार सिंह भदौरिया ने इसी साल जुलाई में कही थी। उन्होंने कहा था, "राफेल विमान के वायुसेना में शामिल होते ही राफेल और सुखोई की जोड़ी दुश्मन का तनाव बढ़ाने का काम करेगी। यह वही आरकेएस भदौरिया हैं जिन्हें अगला वायुसेना प्रमुख बनाया गया है।
नई दिल्ली. अब दुश्मनों को औकात में रहना होगा... यह बात वाइस चीफ एयर मार्शल राकेश कुमार सिंह भदौरिया ने इसी साल जुलाई में कही थी। उन्होंने कहा था, "राफेल विमान के वायुसेना में शामिल होते ही राफेल और सुखोई की जोड़ी दुश्मन का तनाव बढ़ाने का काम करेगी। यह वही आरकेएस भदौरिया हैं जिन्हें अगला वायुसेना प्रमुख बनाया गया है।
जुलाई में गए थे फ्रांस
- इसी साल जुलाई में आरकेएस भदौरिया (वाइस चीफ एयर मार्शल राकेश कुमार सिंह भदौरिया) फ्रांस गए थे और वहां पर राफेल में उड़ान भरी थी। उस वक्त उन्होंने कहा था, एक बार सुखोई और राफेल सेना के बेड़े में शामिल हो जाए, इसके बाद दुश्मनों को औकात में रहना होगा।"
4250 घंटे अधिकत उड़ान भर चुके हैं आरकेएस भदौरिया
- आरकेएस भदौरिया उत्तर प्रदेश के आगरा के पास के एक गांव के रहने वाले हैं। वह राष्ट्रीय रक्षा अकादमी पुणे के पूर्व छात्र हैं।
- आरकेएस भदौरिया को 15 जून 1980 को स्वार्ड ऑफ ऑनर के साथ भारतीय वायु सेना के लड़ाकू दल में शामिल किया गया था। उन्होंने 4250 घंटे से अधिक समय तक उड़ान भरी है और 26 विभिन्न प्रकार के लड़ाकू विमानों को उड़ाने का अनुभव है।
- आरकेएस भदौरिया को अपने 36 साल के करियर के दौरान कई पदक से सम्मानित किया गया। उन्हें अति विशिष्ट सेवा पदक (जनवरी 2013), वायु सेना पदक (जनवरी 2002) और परम विशिष्ट सेवा पदक (जनवरी 2018) से सम्मानित किया जा चुका है।