सार

बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री पर अंधविश्वास को बढ़ावा देने और चमत्कारी दावे करने के आरोप लगे हैं। ये आरोप जादू-टोना का विरोध करने के लिए बनाई समिति ने लगाए हैं। इसके अलावा नागपुर में धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के खिलाफ केस भी दर्ज कराया गया है। समिति ने उनकी गिरफ्तारी की मांग भी की है। 

भोपाल. बागेश्वर धाम सरकार का नाम सुना होगा? पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री का नाम भी सुना होगा? अच्छा छतरपुर का नाम सुना है? आपको लग रहा है कि आज बात अचानक से किसी लोक आस्था में विश्वास रखने वाले भक्तों के सिद्ध स्थल की क्यों? आइए बताते हैं, सिलसिलेवार तरीके से, आखिर क्यों बागेश्वर धाम और इस धाम के पीठाधीश्वर धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री चर्चा में हैं? पहले पूरा विवाद समझते हैं? 

दरअसल, बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री पर अंधविश्वास को बढ़ावा देने और चमत्कारी दावे करने के आरोप लगे हैं। ये आरोप जादू-टोना का विरोध करने के लिए बनाई समिति ने लगाए हैं। इसके अलावा नागपुर में धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के खिलाफ केस भी दर्ज कराया गया है। समिति ने उनकी गिरफ्तारी की मांग भी की है। 

पहले पूरा मामला विस्तार से समझते हैं? 
मध्यप्रदेश में जन्में धीरेंद्र जाने-माने कथा वाचक और बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर हैं। हाल ही में उन्होने नागपुर में एक कथा का आयोजन किया था। ये कथा 7 से 8 जनवरी को आयोजित की गई थी। यह कथा दिव्य दरबार में आयोजित की थी, जिस वजह से इसमें चमत्कारी दावे भी करने के आरोप लगे हैं। 


समिति का मत? 

समिति का मत है कि संविधान में राम कथा या धर्म के प्रचार को लेकर रोक नहीं है। लेकिन जब इस तरह की कथा में अंधविश्वास और चमत्कारी दावे को बढ़ावा दिया जाए तो यह कानून का उल्लंघन है। ऐसे में समिति का कहना है कि उनकी बात को साबित करने के लिए धीरेंद्र का वीडियो भी उनके पास है। 

इधर धीरेंद शास्त्री का क्या कहना है? 
धीरेंद्र ने अपने ऊपर सभी लगे आरोपो का जवाब दिया है। उन्होंने इन सभी आरोपों को एक कहावत से खारीज कर दिया है। उन्होंने कहा- हाथी चले बजार, कुत्ते भौंके हजार। उन्होंने कहा है कि कई दिनों से यहां दरबार लगाए थे, तब कोई कुछ नहीं बोला, अब उनको लेकर तरह- तरह के दावे किये जा रहे हैं। धीरेंद्र ने विरोध में उठ रही आवाजों को धर्म विरोधी बताया है। 

समिति का चैलेंज? 
मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो समिति की संस्थापक श्याम मानव ने धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री को चुनौती भी दी है।  साथ ही कहा है कि अगर धीरेंद्र अपने चमत्कारी दावे सही साबित कर देते हैं तो उन्हें 30 लाख रुपए बतौर इनाम दिया जाएगा। बता दें, धीरेंद्र ने विवादों के बीच अपनी कथा को दो दिन पहले ही खत्म कर दिया था। 


क्या है बागेश्वर धाम और कौन हैं धीरेंद्र शास्त्री? 
विश्व प्रसिद्ध खजुराहो मध्यप्रदेश  के गड़ा गांव पोस्ट गंज जिला छतरपुर स्थित है। यहां एक धाम है, बागेश्वर धाम सरकार।  यह लोक आस्था और मान्यताओं का केंद्र है। कहा जाता है, यहां पर लाखों लोगों की मनोकामनाएं पूरी होती है। यहां के गुरुजी धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री है।  ऐसा माना जाता है बागेश्वर धाम के गुरुजी पर भगवान हनुमान जी की कृपा है। यहां हनुमान जी और दिव्य शक्तियां गुरुजी को प्रेरणा देती हैं, कि वह लोगों की मन की बात जान लेते हैं। बागेश्वर धाम सागर जिले से 181 किलोमीटर दूर है। 

धर्मेंद्र कृष्ण शास्त्री के दादाजी का नाम पंडित भगवानदास है। उन्हें सेतुलाल गर्ग दादजी महाराज के नाम से जाना जाता है। उनके पिता का नाम रामकृपाल है। उनकी मां का नाम सरोज है। धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री का जन्म 10 जुलाई 1996 को हुआ था। 

क्या होता है? 
बताया जाता है कि यहां हजारों लोग अपनी समस्याएं लेकर आते हैं। धर्मेंद्र कृष्ण भक्तों को जाने बगैर ही उनकी मन की बात पढ़ लेते हैं और उनके भूत, भविष्य और वर्तमान जान लेते हैं। फिर उनकी समस्याओं का निदान धीरेंद्र शास्त्री उपाय बताकर करते हैं। यह सब एक दरबार में भरी भीड़ के सामने होता है। इस तरह के कई वीडियो इंटरनेट पर मौजूद हैं। 

सोशल मीडिया पर काफी फेमस हैं? 
पंडित धीरेंद्र शास्त्री सोशल मीडिया पर काफी फेमस है। उनका यूट्यूब चैनल भी है। जहां उनके कई आयोजनों के वीडियो हैं। Youtube channel का नाम- Bageshwar Dham Sarkar पर 3.5 मिलियन फॉलोअर्स हैं।