सार

Covid 19 महामारी से पहले 'कोरोना' फूलों के हार या ताज के लिए इस्तेमाल किया जाता था। लेकिन आज यह महामारी के तौर पर दुनियाभर में हर जुबान पर है। हाल ही में तमाम ऐसे मामले सामने आए जहां माता पिता ने अपने बच्चों को कोरोना और उससे जुड़े नाम दिए। 

कोल्लम.  Covid 19 महामारी से पहले 'कोरोना' फूलों के हार या ताज के लिए इस्तेमाल किया जाता था। लेकिन आज यह महामारी के तौर पर दुनियाभर में हर जुबान पर है। हाल ही में तमाम ऐसे मामले सामने आए जहां माता पिता ने अपने बच्चों को कोरोना और उससे जुड़े नाम दिए। लेकिन अब ऐसा मामला सामने आया है, जहां एक कोरोना नाम की महिला ने संक्रमित होने के बाद स्वस्थ बच्ची को जन्म दिया। अब मां बेटी दोनों ठीक हैं। 

कोल्लम के कदावूर में 24 साल पहले आर्टिस्ट थोमस के घर पर दो बच्चों का जन्म हुआ था। उन्होंने एक बच्चे का नाम कोरल और बच्ची का नाम कोरोना रखा था। जब कोरोना बड़ी हुईं तो उनकी शादी एनआरआई उद्योगपति जिहू से की गई। उन्होंने अपने बच्चे का नाम अर्नब रखा था। 

अब दिया बच्ची को जन्म
कोरोना को डिलिवरी के लिए 24 अक्टूबर की तारीख दी गई थी। लेकिन कोविड के लक्षण होने के चलते उनका टेस्ट कराया गया। इसमें उनकी रिपोर्ट पॉजिटिव पाईं गई। इसके बाद उन्हें परिप्पिल्ली मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया। यहां उन्होंने एक बच्ची को जन्म दिया।  

24 साल पहले रखे गए नाम की वजह से आईं चर्चा में
एशियानेट से बातचीत में कोरोना के पिता ने कहा, उन्होंने ये कभी नहीं सोचा था कि 24 साल पहले बेटी के रखे हुए नाम की वजह से वे चर्चा में आएंगे। उन्होंने सिर्फ बेटे कोरल के नाम के साथ लय बनाने के लिए कोरोना नाम रखा था। उन्होंने कहा, उनकी बेटी को इस नाम की वजह से कभी कोई दिक्कत नहीं हुई। लेकिन अब लोग उसे इस नाम के लिए कभी कभी चिढ़ाते भी हैं।
 
कोरोना का कोविड 19 का इलाज चल रहा है। डॉक्टरों के मुताबिक, वे अच्छा रिस्पॉन्स कर रही हैं।