सार
G20 शिखर सम्मेलन में अपने संबोधन में डब्ल्यूएचओ चीफ ने कहा कि भोजन और उर्जा, मानव जीवन व स्वास्थ्य के लिए मौलिक जरूरत है। दोनों में से किसी एक की कमी या अधिक उपभोग से स्वास्थ्य से लेकर अर्थव्यवस्था तक के लिए संकट पैदा कर सकता है। भविष्य की तैयारी अभी से करनी होगी। अगर नहीं चेते तो आने वाला कल और भयावह हो सकता है।
G20 summit Bali: डब्ल्यूएचओ चीफ Tedros Adhanom Ghebreyesus ने वैश्विक महामारी में सहयोग, स्वास्थ्य सुधार कार्यक्रमों में उपयोगी मदद के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का धन्यवाद किया है। उन्होंने कहा कि वैश्विक स्वास्थ्य निकाय व भारत मिलकर ट्रेडिशनल मेडिसिन को बढ़ावा देने के लिए काम करेंगे। WHO का ग्लोबल सेंटर फॉर ट्रेडिशनल मेडिसिन, दुनिया के देशों के लिए काफी मददगार साबित होने जा रहा है।
भोजन और उर्जा मानव जीवन व स्वास्थ्य के लिए मौलिक
G20 शिखर सम्मेलन में अपने संबोधन में डब्ल्यूएचओ चीफ ने कहा कि भोजन और उर्जा, मानव जीवन व स्वास्थ्य के लिए मौलिक जरूरत है। दोनों में से किसी एक की कमी या अधिक उपभोग से स्वास्थ्य से लेकर अर्थव्यवस्था तक के लिए संकट पैदा कर सकता है। उन्होंने कहा कि खाद्य और ऊर्जा सुरक्षा संकट की सबसे बड़ी कीमत मानव स्वास्थ्य को चुकानी पड़ी है। भविष्य की तैयारी अभी से करनी होगी। अगर नहीं चेते तो आने वाला कल और भयावह हो सकता है। इसके लिए दुनिया के देशों के सभी नेताओं को एक मंच पर आकर रणनीतिक फैसले लेने होगे और उसका ईमानदारी से पालन करना होगा।
जामनगर में रखी गई थी ग्लोबल सेंटर फॉर ट्रेडिशनल मेडिसिन की आधारशिला
दरअसल, बीते अप्रैल महीना में भारत में WHO ग्लोबल सेंटर फॉर ट्रेडिशनल मेडिसिन की आधारशिला रखी गई थी। यह सेंटर गुजरात के जामनगर में बन रहा है। इसका शिलान्यास डब्ल्यूएचओ चीफ, मारीशस के पीएम प्रविंद जगन्नाथ व पीएम मोदी ने एक साथ किया था। विश्व स्वास्थ्य संगठन इस सेंटर की स्थापना के लिए 250 मिलियन अमेरिकी डॉलर भारत में निवेश कर रहा है। यह केंद्र दुनिया के देशों में स्वास्थ्य सुधार के लिए आधुनिक विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी के माध्यम से पारंपरिक चिकित्सा क्षमताओं को विस्तार देगा।
जी20 समिट में विश्व स्वास्थ्य संगठन चीफ ने दिया धन्यवाद
जी20 समिट में विश्व स्वास्थ्य संगठन के प्रमुख टेड्रोस अदनोम घेब्रेयेसस (Tedros Adhanom Ghebreyesus) भी पहुंचे हैं। उन्होंने ट्वीट कर दुनिया के नेताओं के सामने पीएम मोदी को धन्यवाद ज्ञापित किया। साथ ही ग्लोबल सेंटर फॉर ट्रेडिशनल मेडिसिन के बारे में जानकारियां दी है। उन्होंने बताया कि यह चिकित्सा के क्षेत्र में कैसे दुनिया के देशों की मददगार बन सकता है। घेब्रेयसस ने बाली में जी20 शिखर सम्मेलन में प्रधानमंत्री मोदी के साथ अपनी एक फोटो भी पोस्ट की है।
दुनिया की 80 प्रतिशत आबादी पारंपरिक चिकित्सा का उपयोग करती
डब्ल्यूएचओ के एक अनुमान के अनुसार, दुनिया की लगभग 80% आबादी पारंपरिक चिकित्सा का उपयोग करती है। दुनिया के 194 डब्ल्यूएचओ सदस्य देशों में 170 देशों ने पापरंपरिक चिकित्सा के उपयोग की बात मानी है। विश्व स्वास्थ्य संगठन अब उनकी सरकारों के माध्यम से पारंपरिक चिकित्सा पद्धतियों और उत्पादों से संबंधित डेटा बेस तैयार करेगा। इन पद्धतियों का वैश्विक इस्तेमाल करने के लिए एक एसओपी बनाया जाएगा।
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