सार

पहलवान साक्षी मलिक (Sakshee Malikkh) भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह (Brij Bhushan Sharan Singh) के खिलाफ चल रहे आंदोलन से पीछे हट गईं हैं। इस खबर को साक्षी ने गलत बताया है। उन्होंने कहा है कि इंसाफ की लड़ाई से पीछे नहीं हटी हूं।

नई दिल्ली। पहलवान साक्षी मलिक (Sakshee Malikkh) भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह (Brij Bhushan Sharan Singh) के खिलाफ चल रहे आंदोलन से नहीं हटीं हैं। पहले यह खबर आई कि साक्षी ने विरोध प्रदर्शन से अपना नाम वापस ले लिया है और रेलवे की अपनी नौकरी पर लौट गईं हैं। 

खबर चलने पर साक्षी ने ट्वीट कर स्थिति स्पष्ट की। उन्होंने लिखा, "ये खबर बिलकुल गलत है। इंसाफ की लड़ाई में ना हम में से कोई पीछे हटा है, ना हटेगा। सत्याग्रह के साथ साथ रेलवे में अपनी जिम्मेदारी को साथ निभा रही हूं। इंसाफ मिलने तक हमारी लड़ाई जारी है।"

 

 

बजरंग पूनिया बोले- कोरी अफवाह हैं आंदोलन वापस लेने की खबरें
वहीं, पहलवान बजरंग पूनिया ने ट्वीट किया, "आंदोलन वापस लेने की खबरें कोरी अफवाह हैं। ये खबरें हमें नुकसान पहुंचाने के लिए फैलाई जा रही हैं। हम न पीछे हटे हैं और न ही हमने आंदोलन वापस लिया है। महिला पहलवानों की एफआईआर उठाने की खबर भी झूठी है।"

 

 

अमित शाह से पहलवानों ने की थी मुलाकात 
दरअसल, बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे पहलवानों से शनिवार की रात गृह मंत्री अमित शाह ने मुलाकात की थी। सूत्रों के अनुसार अमित शाह ने पहलवानों को न्याय दिलाने का आश्वासन दिया है। अमित शाह ने पहलवानों को भरोसा दिलाया कि कानून सबके लिए समान है। उन्होंने पहलवानों से कहा कि कानून को अपना काम करने दें।

बृजभूषण सिंह पर लगे हैं महिला पहलवानों का यौन उत्पीड़न का आरोप
बृजभूषण सिंह पर महिला पहलवानों का यौन उत्पीड़न करने का आरोप लगा है। दिल्ली पुलिस ने पहलवानों की शिकायत पर दो FIR दर्ज किया है। इस मामले में पुलिस द्वारा जांच की जा रही है। पहलवानों ने बृजभूषण पर सांस की जांच के बहाने गलत तरीके से छूने, टटोलने और व्यक्तिगत सवाल पूछने के आरोप लगाए हैं। आरोप है कि बृजभूषण महिला पहलवानों से Sexual Favours की मांग करता था। दूसरी ओर पहलवान बृजभूषण की गिरफ्तारी की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन कर रहे थे।