सार
पश्चिम बंगाल में सेना ने बचाव व राहत कार्य के लिए आठ टीमें तैनात की है। इसके अतिरिक्त एक इंजीनियर टाॅस्क फोर्स भी भेजा है। जबकि उड़ीसा में ‘यास’ तूफान से बचाव व राहत के लिए दो टीमें और दो इंजीनियर टाॅस्क फोर्स भेजी है।
नई दिल्ली। बंगाल की खाड़ी से उठे चक्रवाती तूफान ‘यास’ की तबाही से बचाव व राहत कार्य के लिए भारतीय सेना अलर्ट मोड पर है। सेना बचाव के लिए पूरी तरह से तैयार है। सेना ने उड़ीसा और पश्चिम बंगाल में नौ राहत दल और तीन इंजीनियर टाॅस्क फोर्स तैनात किए हैं।
पश्चिम बंगाल में आठ टीमें तैनात
पश्चिम बंगाल में सेना ने बचाव व राहत कार्य के लिए आठ टीमें तैनात की है। इसके अतिरिक्त एक इंजीनियर टाॅस्क फोर्स भी भेजा है। जबकि उड़ीसा में ‘यास’ तूफान से बचाव व राहत के लिए दो टीमें और दो इंजीनियर टाॅस्क फोर्स भेजी है।
नौसेना कर रही है निगरानी
भारतीय नौ सेना के प्रवक्ता कमांडर विवेक मधवाल ने कहा कि हम चक्रवाती तूफान पर नजर बनाएं हुए हैं। ईस्टर्न नेवल कमांड हेडक्वाटर्स और पश्चिम बंगाल व उड़ीसा के नेवल आफिसर्स-इन-चार्ज चक्रवाती तूफान से बचाव की तैयारियों को अंतिम रूप दे चुके हैं। ये लोग राज्य व आपदा दलों के साथ लगातार संपर्क में हैं।
नेवी के जहाज मदद के लिए तैनात
चक्रवाती तूफान के दौरान या बाद में लोगों की मदद के लिए चार नेवी के जहाजों को लगाया गया है। नेवल एयरक्राफ्ट को नेववल स्टेशन पर तैनात किया गया है। आईएनएस देगा को विशाखापट्टनम और आईएनएस रजली को चेन्नई के पास तैनात किया गया है। यह एरियल सर्वे कर नुकसान और बर्बादी का आंकलन करने में सक्षम होने के साथ कहीं भी अगर लोग फंसे होते हैं या मदद की जरूरत होगी तो उसके लिए उपलब्ध होगा।
26 को तूफान बंगाल और उड़ीसा से गुजरेगा
पश्चिम बंगाल, उससे सटे उत्तरी उड़ीसा और बंग्लादेश कोस्ट के आसपास से ‘यास’ तूफान 26 मई को 155-165 किलोमीटिर प्रति घंटा की स्पीड से गुजर सकता है। इस दौरान भारी बारिश और तूफान की आशंका है। इससे काफी नुकसान पहुंचाने की आशंका जताई जा रही है।