सार

असदुद्दीन ओवैसी ने संशोधित नागरिकता कानून को लेकर दिल्ली में हुई हिंसा की निंदा की और केन्द्र सरकार पर जमकर निशाना साधा। मीडिया से बात करते हुए ओवैसी ने कहा, "एक पत्रकार जब फोटो ले रहा था तो पूछा गया कि तू क्यों इतना उछल कूद कर रहा है तू मुसलमान है जरा पैंट उठाकर दिखा...।"

नई दिल्ली. ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने संशोधित नागरिकता कानून को लेकर दिल्ली में हुई हिंसा की निंदा की और केन्द्र सरकार पर जमकर निशाना साधा। इसके साथ ही उन्होंने सभी से शांति की अपील की। जबकि गृहमंत्री अमित शाह से कार्रवाई की मांग की। गौरतलब है कि दिल्ली में हुए हिंसात्मक घटना में एक पुलिस कांस्टेबल सहित 7 लोगों की मौत हो गई है। जबकि एक सैकड़ा से अधिक लोग गंभीर रूप से घायल हैं। 

क्या कहा ओवैसी ने? 

मीडिया से बात करते हुए ओवैसी ने कहा, "एक पत्रकार जब फोटो ले रहा था तो पूछा गया कि तू क्यों इतना उछल कूद कर रहा है तू मुसलमान है जरा पैंट उठाकर दिखा...।" पूर्व विधायक का बयान उनका अपना नहीं था पार्टी ने कहा था यह पार्टी का बयान है। एक दो दिन बाद मोदी जी आएंगे और मन की बात कहेंगे क्या हो रहा है, क्यूं हो रहा है? सरकार अभी तक चुप क्यों हैं? सरकार की तरफ से अभी तक कोई निंदा नहीं की गई? ये कोई गांव नहीं देश की राजधानी है और पूरे नॉर्थ ईस्ट में इस तरह  की बर्बादी हो रही इसे कम्यूनल राईट कहना गलत होगा।"

गृह राज्यमंत्री जी किशन रेड्डी द्वारा दिए गए बयान को लेकर पूछे गए सवाल पर ओवैसी ने कहा, "उनको बोलिए कि उनके नाक के नीचे हिंसा हो रही है। हैदराबाद में क्यों पड़े हुए हैं यहां बैठ के मिठाई खा रहे हैं। कब तक मेरे नाम की मिठाई खाते रहेंगे। जिम्मेदारी संभालिए दिल्ली के आग को बुझाईए।"

सरकार पर लगाया गंभीर आरोप 

ओवैसी ने सीएए के खिलाफ सोमवार रात एक रैली को संबोधित करते हुए कहा, ‘प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह आपकी पुलिस, दिल्ली पुलिस दंगाइयों के साथ मिल कर पथराव कर रही थी। हम इसकी निंदा करते हैं। यह शर्म की बात है कि हिंसा हुई।' उन्होंने कहा, ‘दूसरे देश के राष्ट्रपति दिल्ली आते हैं और हिंसा हो जाती है। यह देश के लिए शर्म की बात है।'

तत्काल होनी चाहिए गिरफ्तारी 

उन्होंने ट्वीट किया, ‘ये दंगे पूर्व विधायक एवं भाजपा नेता के उकसावे का नतीजा हैं। अब इसमें पुलिस के शामिल होने के स्पष्ट सबूत हैं। पूर्व विधायक को तत्काल गिरफ्तार किया जाना चाहिए। हिंसा को रोकने के लिए जरूरी कदम उठाए जाने चाहिए, अन्यथा यह फैलेगी।'