सार
भारत विश्व चैम्पियनशिप में अपने सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन के साथ लौटेगा क्योंकि देश ने अभी तक चार पदक पक्के कर लिये हैं। भारत ने 2013 में तीन पदक हासिल किये थे।
नूर-सुल्तान. मौजूदा जूनियर विश्व चैम्पियन दीपक पूनिया शनिवार को यहां तोक्यो ओलंपिक कोटा हासिल करने के अलावा विश्व कुश्ती चैम्पियनशिप के 86 किग्रा फाइनल में पहुंच गये। वह इस तरह तोक्यो ओलंपिक के लिये क्वालीफाई करने वाले चौथे भारतीय पहलवान बन गये। अपनी पहली ही सीनियर विश्व चैम्पियनशिप में खेल रहे दीपक सेमीफाइनल में स्विट्जरलैंड के स्टेफान रेचमुथ पर 8-2 की जीत से फाइनल में पहुंच गये।
2013 में मिले थे तीन पदक
एस्तोनिया में पिछले महीने ही जूनियर विश्व चैम्पियन बने दीपक ने 2016 में विश्व कैडेट खिताब जीता था। 20 साल के इस पहलवान ने सुनिश्चित किया कि भारत विश्व चैम्पियनशिप में अपने सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन के साथ लौटेगा क्योंकि देश ने अभी तक चार पदक पक्के कर लिये हैं। भारत ने 2013 में तीन पदक हासिल किये थे। विनेश फोगाट, बजरंग पूनिया और रवि दहिया ने पहले ही कांस्य पदक से 2020 ओलंपिक के लिये क्वालीफाई कर लिया है।
अंतिम क्षणों में लगाया विजयी दांव
राहुल अवारे इसे और बेहतर कर सकते हैं, अगर वह गैर ओलंपिक वर्ग 61 किग्रा की कांस्य पदक मुकाबले में जीत हासिल कर लें। हालांकि जितेंदर (79 किग्रा) अपनी क्वार्टरफाइनल बाउट में हार गये जबकि मौसम खत्री 97 किग्रा के पहले दौर में मौजूदा ओलंपिक चैम्पियन कायले फ्रेडरिक श्नाइडर से 0-10 से हार गये। दोनों क सफर खत्म हो गया क्योंकि दोनों के प्रतिद्वंद्वी फाइनल में पहुंचने में असफल रहे। दीपक ने कोलंबिया के कार्लोस आर्टुरो मेंडेज के खिलाफ तनावपूर्ण क्वार्टर फाइनल में 7-6 से जीत हासिल कर ओलंपिक कोटा पक्का किया। सिर्फ एक मिनट बचा था और वह 3-6 से पिछड़ रहे थे लेकिन उन्होंने तनावपूर्ण मैच के अंतिम क्षणों में 7-6 से बढ़त बना ली।
बाकी पहलवानों का मिलाजुला प्रदर्शन
दिल्ली के छत्रसाल स्टेडियम में ट्रेनिंग करने वाले दीपक शुरूआती दौर में एडिलेट दावलुम्बाएव के खिलाफ थोड़े नर्वस दिख रहे थे लेकिन उन्होंने चतुराई से खेलते हुए घरेलू दावेदार को 8-6 से मात दी। उन्हें ताजिकिस्तान के बखोदुर कोदिरोव से जरा भी चुनौती नहीं मिली और वह 6-0 से जीतकर क्वार्टरफाइनल में पहुंच गये। वहीं राहुल अवारे ने 61 किग्रा प्री क्वार्टरफाइनल में तुर्कमेनिस्तान के केरीम होजाकोव पर तकनीकी श्रेष्ठता के बूते जीत हासिल की। क्वार्टरफाइनल में राहुल अवारे ने कजाखस्तान के रासुल कालिएव पर 10-7 से जीत दर्ज की। हालांकि वह सेमीफाइनल में जार्जिया के यूरोपीय चैम्पियनशिप के रजत पदकधारी बेका लोमटाद्जे से 6-10 से हार गये। जितेंदर ने मोलदोवा के घेरोगी पासकालोव पर 7-2 की आसान जीत से शुरूआत की। प्री क्वार्टर में तुर्की के मुहमत नूरी कोटानोग्लू पर भी वह 7-2 से जीत हासिल करने में सफल रहे। हालांकि क्वार्टरफाइनल में उन्हें स्लोवाकिया के ताईमुराज सालकाजानोव के मजबूत डिफेंस के आगे नहीं टिक सके और 0-4 से हारकर बाहर हो गये।
[यह खबर समाचार एजेंसी भाषा की है, एशियानेट हिंदी टीम ने सिर्फ हेडलाइन में बदलाव किया है]